"मेरा प्यारा परिवार" par paragraph
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मेरा परिवार एक मूल तथा खुशहाल परिवार है, जिसमें माता पिता के साथ मैं और मेरा छोटा भाई रहते है तथा हम मध्यम वर्गीय परिवार के श्रेणी में आते हैं। व्यक्ति के आवश्यकताओं की पूर्ति परिवार, बिना किसी स्वार्थ के करता है। इसलिए हम सब के जीवन में परिवार का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है। समाज के इकाई के रूप में भी परिवार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्योंकि परिवारों के समुह से समुदाय तथा समुदायों को मिलाने से समाज का निर्माण होता है अतः सही समाज के लिए, आदर्श परिवार का होना अतिआवश्यक है।
मेरे दादाजी: मेरे दादा बहुत प्यारे और मददगार हैं। वे मेरा और मेरे भाई का हर चीज में समर्थन करते हैं। अपने बचपन और शुरुआती वयस्कता के दौरान वे भारत के उस हिस्से में रहते थे जो अब पाकिस्तान का एक हिस्सा है। अधिकांश अन्य हिंदुओं की तरह वे यहां विभाजन के दौरान आए थे। उस कठिन समय के दौरान उनके जीवन की कहानी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
मेरी दादी: मेरी दादी बहुत धार्मिक महिला है। वे बेहद सख्त हैं पर बहुत प्यारी भी हैं। उन्हें अपने बचपन के दिनों की कई बातें अभी भी याद हैं खास कर उस वक्त की जब वे छोटी थी। अक्सर वे हमें उन दिनों के बारे में बताती हैं हम उनके साथ में बैठकर उन कहानियों को सुनना पसंद करते हैं।
मेरी माँ: मेरी मां नौकरी करने वाली महिला है। वे अपने कार्यालय की देखभाल करने के साथ-साथ घर के काम को भी बहुत अच्छे से संभाल लेती हैं I मेरी माँ हम सबके जागने से बहुत पहले जाग जाती हैं और घर के काम की शुरूआत कर देती हैं। वे खाना बनाती हैं, हमें तैयार करती हैं, हमें स्कूल में भेजती हैं और फिर उसके बाद अपने कार्यालय में जाती है। शाम में वह हमारी पढाई में मदद करती हैं, रसोई के काम-काज को निपटाती हैं और हमारे साथ गुणवत्ता का समय बिताती है। माँ अपने प्यार और प्रेम के साथ परिवार को बांधे रखती है।
मेरे पिताजी: मेरे पिता हर चीज़ के प्रति काफी सख्त हैं। वे चीज़ों को क्रम में रखना पसंद करते हैं। उनके अनुसार सभी को अनुशासित जीवन जीना चाहिए। वे समय के बहुत पाबंद हैं और चाहते हैं कि हम समय का सम्मान करें। वे हमारे परिवार की ताकत का आधार हैं।
मेरा भाई: परिवार में सबसे कम उम्र के होने के नाते मेरे भाई को सभी बहुत प्यार करते हैं। वह हम सभी के लिए खुशी का स्रोत है। वह खेलना पसंद करता है और हर किसी को अपने खेलों से किसी ना किसी तरह जोड़े रहता है। मैं उसके साथ बहुत खास बंधन साझा करती हूं। हम अध्ययन करते हैं, खेलते हैं, खाते हैं, हंसते हैं और यहाँ तक एक साथ रोते भी हैं। हम कई बार लड़ते भी हैं लेकिन समय गवाएँ बिना अपने मुद्दों को फिर से सुलझा लेते हैं।