'मेरा रस ले अपनी भरने वाले' का आशय स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
2
Answer:
मेरा रस ले अपनी भरने वाले। यह विडंबना! अरी सरलते तेरी हँसी उड़ाऊँ मैं। ... कवि का कहना है कि वे इस दुविधा में भी हैं कि दूसरे की कमियों को दिखाकर उनकी हँसी उड़ाएँ या फिर अपनी कमियों को जगजाहिर कर दें।
Hope this answer will help you ☺️
Similar questions