मूर्ति बनाने का काम मिलने पर कलाकार के क्या भाव रहे होंगे?
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हालदार साहब पहले यह सोचकर मायूस हो रहे थे कि कस्बे के चौराहे पर बिना चश्मेवाली सुभाष की मूर्ति होगी। मूर्ति पर चश्मा लगाने वाला कैप्टन मर चुकी है। ...
मूर्ति पर चश्मा है भले ही सरकंडे का है। ...
हालदार साहब निराश थे कि सुभाष की मूर्ति पर चश्मा नहीं होगा।
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