मूर्ति पर संगमारमार का चशमा ना होने पर ही हालदार साहब ने मूर्ति की प्रशासा क्यों की ?
Answers
Answered by
1
उत्तरः नेताजी की मूर्ति की आँखों पर चश्मा नहीं था, यद्यपि इस कमी को असली चश्मे द्वारा ढकने का प्रयास किया गया था, किन्तु संगमरमर की मूर्ति पर चश्मा भी वैसा ही होना चाहिए था। यही कमी आँखों को खटकती थी।
Answered by
1
Answer:
मूर्ति पर संगमरमर का चश्मा ना होने पर भी हालदार साहब ने मूर्ति की प्रशंसा की क्योंकि मूर्ति पर असल का का चश्मा लगा हुआ था जो हमारे देशवासियों की देशभक्ति को दिखाता है। यह देखता है की हमारे देश में स्वतंत्रता की क्या कीमत है। और यह हर छोटे बड़े इंसान के मन में कितनी देशभक्ति है।
Similar questions