मेरे देश के
एक फौजी के चार वर्षीय बेटे ने
अपनो सलेट के एक ओर
कुछ टेढ़ा-भेड़ा
आढ़ा-तिरछा
हिन्दुस्तान का नक्शा बनाया
उस पर 'जय भारत' तिखा
अपना सर झुकाया और उसे चूम लिया।
कुछ देर बाद उस बालक ने
उसी सलेट के दूसरी तरफ
कुछ वैसा हो
आड़ी-तिरछ, टेढ़ा-मेझ
पाकिस्तान का नक्शा बनाया
उस पर 'नापाक' लिखा।
कुछ देर उसे पूरा
और पूरी तरह मिटा दिया
मेरे देश की सीमाओं का भविष्य
इतना सुनिश्चित है।
उस बातक ने कितनी सहजता से
मुझे बता दिया
और अभी वह तो केवल चार का है।
इसलिए सिर्फ नक्शा मिटाया है।
जब बीस का होगा
(क) फौजी के बेटे ने सलेट पर किसका चित्र बनाया ?
(ख) 'जय भारत लिखा अपना सर झुकाया और उसे चूम लिया' का केन्द्रीय भाव क्या है?
(ग) “नापाक' श६ का क्या अर्थ है ?
(घ) कवि को अपने देश की सीमाओं का भविष्य सुनिश्चित क्यों लगा ?
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Answer:
क- फौजी के बेटे ने सलेट पर हिन्दुस्तान का नक्शा बनाया।
ख-'जय भारत लिखा अपना सर झुकाया और उसे चूम लिया' का केन्द्रीय भाव है कि वह अपने देश को सलाम करता है और उसे अपने देश से बहुत प्यार है ।
ग-नापाक शब्द का मतलब है अपवित्र और गन्दा ।
घ-कवि को अपने देश की सीमाओं का भविष्य सुनिश्चित इसलिए लगा कयोंकि उसके देश में जानदार और बिना डरे लड़ने वाले वीर है ।
Explanation:
HOPE IT WILL HELP YOU.
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