Hindi, asked by moreb9100, 4 hours ago

मेरा वप्रय पालतू पशु इस ववषय पर 50 से60 शब्दों का पवरच्छेद वलवखए।​

Answers

Answered by alinaswain1984gemai
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Explanation:

मानव समुदाय अनेक प्रकार के पशु-पक्षियों को आवश्यकता और शौक के लिए पालता है। मेरे परिवार में एक कुत्ते को पाला गया है। यह मेरा पालतू पशु है।

मेरे कुत्ते का नाम शेरू है । यह सजग होकर घर की पहरेदारी करता रहता है । यह परिचित व्यक्तियों को देखकर दुम हिलाता है और अजनबियों को देखकर गुर्राता एवं भौंकता है । जरा-सी आहट पाकर यह चौकन्ना हो जाता है । शेरू घर गिन और छत पर चहलकदमी करता रहता है । यह बँधा रहना पसंद नहीं करता, हर समय स्वच्छंद होकर घूमना चाहता है । परंतु जब घर का कोई सदस्य इसे लेकर बाहर जाता है तो इसके गले में जंजीर डाल दी जाती है ।

शेरू भूरे रंग का है । यह ऊँचे कद का तथा अच्छी नस्ल का कुत्ता है । इसकी दुम कटी हुई है । यह दिखने में आकर्षक लगता है । इसमें गजब की फुर्ती और शक्ति है । इसकी हरकतें मनभावन हैं । यह डबलरोटी, घर की रोटी, दूध, मांस, अंडा, चावल आदि खाता है । मेरे घर में इसके खाने-पीने और रहने का उचित ध्यान रखा जाता है । इसे समय पर रेबीज का टीका दिया गया है ताकि यह स्वस्थ रहे और दूसरों को छूत की बीमारी न फैला सके । यह जब कभी बीमार पड़ता है तो पिताजी इसे पशु चिकित्सक के पास ले जाते हैं । बीमारी की स्थिति में यह उदास-सा हो जाता है । इससे घर में भी उदासी छा जाती है । परंतु इसके स्वस्थ होते ही घर की रौनक लौट आती है ।

शेरू बहुत होशियार है । यह हमारे संकेतों और इशारों को भली- भांति समझता है और तदनुरूप आचरण करता है । इसकी स्वामिभक्ति के सभी कायल हैं । किस समय खुश होना है, किस समय अपनी भक्ति प्रदर्शित करनी है, कब शांत होकर बैठ जाना है, इसका इसे पूरा ज्ञान है । यह हमारे परिवार के एक सदस्य की तरह है । जब यह छोटा-सा था, उसी समय पिताजी इसे खरीदकर घर लाए थे । अब यह काफी बड़ा हो गया है । यह हृष्ट-पुष्ट और तंदुरुस्त है ।

मैं अपने पालतू कुत्ते के साथ सायंकाल घूमने जाता हूँ । मैं इसे लेकर गलियों, मोहल्लों व पार्कों में जाता हूँ । उस समय यह बहुत प्रसन्न दिखाई देता है । यह उछलता है, कूदता है और रास्ते में पड़ी चीजों को सूँघता है । उसके इन क्रियाकलापों के माध्यम से मेरा भी अच्छा-खासा व्यायाम और मनोरंजन हो जाता है । पिताजी इसे साथ लेकर प्रात काल सैर पर जाते हैं । उस समय माँ भी उनके साथ होती है । इस तरह शेरू पूरे परिवार के लिए सैर का एक बहाना बन गया है ।

शेरू सफाई पसंद पशु है । इसे नहाना और साफ-सुथरा रहना पसंद है । यह मल-मूत्र आदि का त्याग करने घर के पिछवाड़े में चला जाता है । घर में कभी भी गंदगी नहीं फैलाता । शेरू मेरा मित्र है । सुख – दु: ख में यह परिवार का भागीदार है । इसके रहते चोर-उचक्के मेरे घर में घुसने का साहस नहीं करते । दिन-रात यह घर की हिफाजत करता रहता है ।

इस प्रकार शेरू मेरे परिवार का अभिन्न अंग है । वह घर की शान बढ़ाता है । वह सशक्त पहरेदार एवं मेरे परिवार का शुभचिंतक है । उसकी सेवाओं के प्रतिफल में हम लोग भी उसका पूरा ध्यान रखते हैं ।

Answered by kalpanabhandare79
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Answer:

मेरा परिवार पर निबंध |Essay for Kids on My Family in Hindi!

हमारा परिवार बहुत छोटा है। हम घर में पाँच प्राणी रहते हैं । मेरी माँ, मेरे पिताजी मेरा बड़ा भाई और मेरी दादी । मेरा भाई मुझ से दो साल बड़ा है। हम दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ते हैं ।

मेरा भाई आठवीं कक्षा में और मैं छठी में पड़ती हूँ । हम दोनों पैदल विद्यालय जाते हैं क्योंकि हमारा विद्यालय घर के समीप है। मेरे पिताजी डी॰ डी॰ ए॰ के आफिस में काम करते हैं । वह अपने आफिस बस से ही आते-जाते हैं । मेरी माँ अध्यापिका है। उनका स्कूल घर से कुछ दूरी पर है; वह रिक्शे पर विद्यालय जाती हैं । घर में दादी अकेली रहती हैं । अभी वे अपना कार्य स्वयं करने में सक्षम हैं ।

शाम को हम सब इकट्ठे घूमने के लिए बाग में जाते हैं । वहाँ पर माँ-पिताजी भी हमारे साय बैड-मिटन खेलते हैं । वह दोनों हमें हास्यप्रद चुटकुले और नई-नई कविताएँ भी सुनाते हैं । मेरे घर का वातावरण बहुत ही शान्त है । कोई भी आपस में नहीं झगड़ता ।

समस्याओं का समाधान सब मिलजुलकर कर लेते हैं । घर के महत्त्वपूर्ण निर्णयों में दादी की सलाह अवश्य ली जाती है । उनकी बात को घर का प्रत्येक सदस्य मानता है । वृद्ध होने के कारण उनकी सेवा भी की जाती है। विद्यालय की छुट्टियाँ होने पर पिताजी हमें बाहर घुमाने भी ले जाते हैं । घर का प्रत्येक सदस्य एक-दूसरे से प्रेम से बोलता है । माँ-पिताजी हमें बहुत प्यार करते हैं और हम उन्हें ।

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