मेरी वर्गपहेली की पूर्ति करें। नीचे की ओर से 2. सफलता पाने के लिए इसकी ज़रूरत है। 3. 'मेघ' के लिए इस कविता में प्रयुक्त दाईं ओर - 1. 'मुख' का समानार्थी शब्द । 5. इसका अर्थ है- 'आकाश'। 6. सुख-दुख के मिलन से यह परिपूर्ण हो जाता है। 9. यह 'निरंतर' का समानार्थी है। शब्द। 4. कविता में 'संसार' का प्रतीकात्मक शब्द। 7 'उषा' का अर्थ। 8. 'सुख-दुख' किस विधा की रचना है? 10., यह कभी नहीं बोलना चाहिए। 2 4
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Explanation:
वर्गपहेली की पूर्ति करें।
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 5
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 6
दाईं ओर:
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 7
1. ‘मुख’ का समानार्थी शब्द।
5. इसका अर्थ है- ‘आकाश’।
6. सुख-दुख के मिलन से यह परिपूर्ण हो जाता है।
9. यह ‘निरंतर’ का समानार्थी है।
नीचे की ओर:
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 8
2. सफलता पाने के लिए इसकी ज़रूरत है।
3. ‘मेघ’ के लिए इस कविता में प्रयुक्त शब्द।
4. कविता में ‘संसार’ का प्रतीकात्मक शब्द।
7. ‘उषा’ का अर्थ।
8. ‘सुख-दुख’ किस विधा की रचना है?
10. यह कभी नहीं बोलना चाहिए।
उत्तर:
दाईं ओर:
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 9
1. आनन,
5. गगन,
6. जीवन,
9. अविरत
नीचे की ओर:
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 1 सुख-दुख 10
2. मेहनत,
3. घन,
4. जग,
7. प्रभात,
8. कविता,
10. झूठ
Answer:
‘सुख-दुख की खेल मिचौनी खोले जीवन अपना मुख।’ इन पंक्तियों का आशय क्या है?
सुख और दुख एक सिक्के के दो पहलू हैं। जीवन में सुख और दुख का होना स्वाभाविक है। जीवन का असली मुख सुख-दुख के मिलन में खुलता है।
प्रश्ना 2.
‘फिर घन में ओझल हो शशि फिर शशि में ओझल हो घन।’ यहाँ घन और शशि किन-किन के प्रतीक हैं।
उत्तर:
यहाँ घन दुख का प्रतीक है और शशि सुख का प्रतीक है।
उत्तर:
मैं इस कथन से सहमत हूँ। क्योंकि जीवन का असली मुख सुख-दुख पूर्ण है। हमेशा सुख हो तो जीवन की असलियत की पहचान नहीं होगी। सदा सुखी रहनेवालों के जीवन में दुख के आने पर वे उसके सामना करने में असफल होता जाता हैं।
उत्तर:
1. सुख-दुख
2. निशा-दिवा
3. सोता-जागता
4. साँझ-उषा
5. विरह-मिलन
6. हास-अश्रु
1. ‘मुख’ का समानार्थी शब्द।
5. इसका अर्थ है- ‘आकाश’।
6. सुख-दुख के मिलन से यह परिपूर्ण हो जाता है।
9. यह ‘निरंतर’ का समानार्थी है
1 सुख-दुख 8
2. सफलता पाने के लिए इसकी ज़रूरत है।
3. ‘मेघ’ के लिए इस कविता में प्रयुक्त शब्द।
4. कविता में ‘संसार’ का प्रतीकात्मक शब्द।
7. ‘उषा’ का अर्थ।
8. ‘सुख-दुख’ किस विधा की रचना है?
10. यह कभी नहीं बोलना चाहिए।
उत्तर:1 सुख-दुख 9
1. आनन,
5. गगन,
6. जीवन,
9. अविरत
1 सुख-दुख10
2. मेहनत,
3. घन,
4. जग,
7. प्रभात,
8. कविता,
10. झूठ
Explanation:
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