मुस्लिम स्थापत्य शैली की विशेषता
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संक्षेप में मुसलमानों का हिंद-इस्लामी वास्तुकला में गहरा और दिलचस्प योगदान था । उनके द्वारा लाई गईं स्थापत्य विशेषताओं में मेहराब, गुंबद, मीनार, लंबित, बगली डाट मेहराब, अर्द्ध गुंबद वाले दोहरे प्रवेशद्वार, छतरियां और निर्माण में कंकरीट का प्रयोग शामिल है ।
संक्षेप में मुसलमानों का हिंद-इस्लामी वास्तुकला में गहरा और दिलचस्प योगदान था । उनके द्वारा लाई गईं स्थापत्य विशेषताओं में मेहराब, गुंबद, मीनार, लंबित, बगली डाट मेहराब, अर्द्ध गुंबद वाले दोहरे प्रवेशद्वार, छतरियां और निर्माण में कंकरीट का प्रयोग शामिल है ।
संक्षेप में मुसलमानों का हिंद-इस्लामी वास्तुकला में गहरा और दिलचस्प योगदान था । उनके द्वारा लाई गईं स्थापत्य विशेषताओं में मेहराब, गुंबद, मीनार, लंबित, बगली डाट मेहराब, अर्द्ध गुंबद वाले दोहरे प्रवेशद्वार, छतरियां और निर्माण में कंकरीट का प्रयोग शामिल है ।
संक्षेप में मुसलमानों का हिंद-इस्लामी वास्तुकला में गहरा और दिलचस्प योगदान था । उनके द्वारा लाई गईं स्थापत्य विशेषताओं में मेहराब, गुंबद, मीनार, लंबित, बगली डाट मेहराब, अर्द्ध गुंबद वाले दोहरे प्रवेशद्वार, छतरियां और निर्माण में कंकरीट का प्रयोग शामिल है ।