Hindi, asked by manolkarsanika, 2 months ago

माँ संतान की सच्ची अंतरंग सहेली होती हैं​

Answers

Answered by 12020
32

बेटी की प्रेरणा, उसकी मां होती है। मां का सानिध्य जहां बेटी को प्यार और सही मार्गदर्शन देता है, वहीं मां ही बेटी की सच्ची व प्यारी सहेली होती है। कहा जाता है, कि बेटियां हमेशा ही बाप की होती हैं, बिल्कुल सही है, शायद इसके पीछे फ्राइड का विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण का सिद्धांत हों, पर यह भी उतना ही सच है, कि बेटियां बाप के चाहे कितनी भी करीब क्यों न हों, लेकिन जब मन की उथल-पुथल परेशान करती है तो वह अपनी बातें मां से ही शेयर करती हैं।

सही मायने में यह कहा जाए, कि जब बेटी का कद मां के कंधों तक या उससे ऊपर पहुंच जाता है, तो मां उसकी सहेली बन जाती है। एक ऐसी सहेली जो हमेशा सही मार्गदर्शन देती है। हो सकता है कि कभी-कभी मां के व्यवहार में सख्ती हो, पर इतना तो तय है कि उसकी बातें कभी हार्मफुल नहीं होंगी। जिन घरों में मां बेटियों से मित्रवत व्यवहार नहीं करतीं, उन बेटियों को अपनी बातें शेयर करने और समस्याएं सुलझाने के लिए बाहरी मित्रों की आवश्यकता होती है।

मित्रवत व्यवहार की जरूरत

हर लड़की की जिंदगी में कोई न कोई ऐसा पल जरूर आता है, जब मां उसकी सबसे करीबी दोस्त होती है। कुछ लड़कियों के लिए वह उनके विवाह के बाद आता है, कुछ जब पहली बार मां बनती है और कइयों के लिए यह पल मानसिक या शारीरिक रूप से परेशान होने पर आता है। क्या मां बेटी अच्छी सहेलियां हो सकतीं हैं? इसका जवाब है – हां। मां और बेटी एक दूसरे की अच्छी सहेलियां हमेशा हो सकती हैं क्योंकि वे महिला होने के नाते, एक दूसरे की भावनाओं और मनोस्थिति को बेहतर तरीके से समझ पाती हैं। यदि बेटी मां को अपना मित्र मानती है तो मां भी उसे बेस्ट फ्रेंड की तरह ट्रीट करती है।

सही मार्गदर्शन

बेटी की प्रेरणा उसकी मां होती है। मां का सानिध्य, प्यार और सही मार्गदर्शन ही बेटी को सफलता के विभिन्न सोपानों पर चढ़ने में मददगार होता है।

विश्वस्त और करीबी

मां ही दुनिया में अपनी बेटी की सबसे विश्वस्त और करीबी दोस्त होती है। वह बेटी की कमियों को जानती है और उन्हें दूर करने का प्रयास करती है।

Answered by SushmitaAhluwalia
3

जन्म के बाद, एक बच्चा अपनी माँ को पहली दोस्त के रूप में पाता है जो अतिरिक्त देखभाल और पोषण के साथ-साथ उसके साथ खेलती है।

  • वह एक दोस्त के रूप में अपने बच्चे के साथ बातचीत करती है और अपने बच्चे की सभी गतिविधियों को देखती रहती है।

  • एक माँ अपने बच्चे के साथ खेलते समय कभी भी थकान महसूस नहीं करती है और हमेशा उसकी सभी माँगों को बिना सोचे समझे पूरी करती है। एक मां अपने बच्चे के लिए एक फरिश्ता के समान होती है।

  • बिना किसी अपेक्षा के एक माँ अपने बच्चे की बेहतरी के लिए काम करती रहती है। वह माँ सहित सभी भूमिकाएँ निभाती हैं जैसे एक संरक्षक, एक शिक्षक, एक दोस्त, एक कार्यवाहक।

  • वह अपने बच्चे को इस दुनिया में किसी भी अन्य चीज से ज्यादा प्यार करती है लेकिन कभी-कभी वह अपने बच्चे के प्रति थोड़ी सख्त हो जाती है क्योंकि वह अपने बच्चे को विभिन्न परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम बनाती है। मां हमें वह शक्ति देती हैं जिससे हम उन्हें स्वीकार करने और सफलता पाने में सक्षम हो जाते हैं।
Similar questions