Hindi, asked by tiktok1master, 18 days ago

मासकु ी चान के भरए ऩेड़ ऩय चढ़ने का मह आखखयी औय अनॊतभ भौका था’ रेखखका ने ऐसा तमों कहा होगा ?

Answers

Answered by mk9540009
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Answer:

इसमें दुख की क्या बात है। इस प्रकार जीवन की कठिन से कठिन परिस्थिति में भी संतुलन बनाए रखना और अपने मार्ग से विचलित नहीं होना ही धैर्य की पहचान है। यदि हम किसी कारण वश धैर्य खो देते हैं तो परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं होता मगर हमारा विवेक और जीवन जरूर प्रभावित होता है।

Answered by sophiacassandraperez
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मासकु ी चान के भरए ऩेड़ ऩय चढ़ने का मह आखखयी औय अनॊतभ भौका था’ रेखखका ने ऐसा तमों कहा होगा

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