मुंशी प्रेमचंद उर्दू में किस नाम रचना लिखा करते थे
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मुंशी प्रेमचंद उर्दू में किस नाम रचना लिखा करते थे?
मुंशी प्रेमचंद उर्दू में ‘नवाबराय’ नाम से रचना लिखा करते थे।
व्याख्या :
- मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य जगत के अनमोल रतन कहे जाते हैं। उन्होंने अनेक कहानियां और उपन्यास लिखे हैं। उसी कारण उन्हें उपन्यास सम्राट और कहानी सम्राट कहा जाता है।
- मुंशी प्रेमचंद ने जब लेखन कार्य प्रारंभ किया तब वे उर्दू भाषा में नवाब राय नाम से लेखन कार्य करते थे।
- उनका मूल नाम धनपतराय श्रीवास्तव था, लेकिन अपनी प्रारंभिक शिक्षा उर्दू और फारसी में होने के कारण उन्होंने उर्दू भाषा में नवाबराय नाम से लेखन कार्य प्रारंभ किया।
- बाद में उन्होंने हिंदी में मुंशी प्रेमचंद के नाम से लेखन कार्य प्रारंभ किया।
- उन्होंने अनेक कहानियां लिखीं, जिनमें नमक का दरोगा, ईदगाह, दो बैलों की कथा, बड़े घर की बेटी, कफन, पूस की रात, मंत्र आदि कहानियों के नाम प्रमुख हैं।
- उनके प्रमुख उपन्यासों में सेवा सदन, निर्मला, गबन, गोदान, रंगभूमि, कर्मभूमि आदि के नाम प्रमुख हैं।
Answer:
मुंशी प्रेमचंद उर्दू में (नवाबराय)नाम से रचना लिखा करते थे।प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था वो उर्दू तथा हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय ,कहानीकार, उपन्यासकार, और विचारक रहे थे।
Explanation:मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य जगत के अनमोल रत्न कहे जाते है उन्होंने बहुत सारी कहानियां और उपन्यास लिखे हैं।
मुंशी प्रेमचंद को उपन्यास सम्राट और कहानी सम्राट कहकर भी सम्भोधित किया जाता है।
मुंशी प्रेमचंदउर्दू भाषा में नवाब राय नाम से लेखन कार्य सम्पादित थे।
वैसे तो उनका मूल नाम धनपतराय श्रीवास्तव था, लेकिन अपनी आरंभिक शिक्षा दीक्षा उर्दू और फारसी में होने के कारण उन्होंने उर्दू भाषा में नवाबराय नाम से लेखन कार्य को आरंभ किया था ।
हालांकि उन्होंने हिंदी में मुंशी प्रेमचंद के नाम से अपनी रचनाएं भी प्रारम्भ कर दी थी
उनके कुछ प्रमुख उपन्यास के नाम कर्मभूमि ,गबन , निर्मला, गोदान, सेवा सदन, रंगभूमि,आदि हैं
उनकी कुछ महत्वपूर्ण कहानियां निमंलिखित , जिनमें पूस की रात, ईदगाह, ,नमक का दरोगा ,बड़े घर की बेटी, कफन, दो बैलों की कथा, मंत्र आदि कहानियों के नाम प्रमुख हैं।
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