मिश्रीलाल की कहानी
करीम की कहानी
मिश्रीलाल ने गन्ना पेरने वाली एक मशीन खरीदी है
करीम ने गाव में एक कंप्यूटर केंद्र खोल लिया है। हाल के वर्षों में
जो बिजली से चलती है और उसे अपने खेतों में लगाया | कई विद्यार्थी शाहपुर शहर व काली गज जाने लगे हैं करीम ने
है। पहले गन्ने को पेरने का काम बैलों की मदद से देखा कि गाव के कई पत्र शहर में कंप्यूटर कक्षाओं जाते हैं गांव
किया जाता था । मिश्रीलाल दूसरे किसानों से भी गन्ना में दो महिलाओं के पास कंप्यूटर कोर्स में डिग्री थी उसने उन्हें
खरीद कर उससे गुड बनाता है। गुड़ को फिर शाहपुर काम पर लगाने का निश्चय किया । उसने कंप्यूटर खरीदे और
के व्यापारियों को बेचा जाता है इस प्रक्रिया में
अपने घर में बाजार की ओर खुलने वाले बाहर के कमरे में कक्षाए
मिश्रीलाल थोड़ा लाभ कमा लेता है
प्रारंभ की। हाई स्कूल के छात्रों ने पर्याप्त संख्या में इन कक्षाओं में
आना प्रारंभ कर दिया है।
मिश्रीलाल और करीम बहुत अच्छे उदाहरण है जिन्होंने उद्यमशीलता दिखाते हुए नए रास्तों पर चलकर निर्माण और व्यापार में निवेश
किया। उन्होंने पुराने तरीको को ना अपनाते हुए तथा खेती पर निर्भर न रहते हुए कुछ अपना व्यवसाय करने की सोची। इस प्रकार गाँव
में ही रह कर वो गाँव के अन्य लोगों के लिए रोजगार उत्पन्न कर पाएंगे। गाँववालों के लिये अब ये आवश्यक भी है कि वह कुछ हट के
सोचे और कृषि से इतर कुछ गैर परपरागत धधे में भी लगे ।
प्रश्न 1 मिश्रीलाल और करीम की कहानियाँ किन तरीकों से एक दूसरे से भिन्न है तथा किन बातों में एक दूसरे से समान भी है?
प्रश्न 2. पालमपुर गाँव में मजदूरों की अच्छी खासी संख्या है ऐसे में गांव के लोगों को खेती के अलावा किन्ही और काम धंधों में भी लगने
की क्या आवश्यकता है?
प्रश्न 3. मिश्रीलाल और करीम किस प्रकार से उद्यमशीलता के सशक्त उदाहरण है । अपने स्कूलों में पढ़ाये जाने वाले इंटरप्रेन्योर
माइडसेट करिकुलम की अनुभवों और सीखों से जोड़कर इस प्रश्न का उत्तर दीजिये।
Answers
प्रश्न 1 मिश्रीलाल और करीम की कहानियाँ किन तरीकों से एक दूसरे से भिन्न है तथा किन बातों में एक दूसरे से समान भी है?
उत्तर: मिश्रीलाल और करीम की कहानियाँ के तरीके एक दुसरे भिन्न है , क्योंकि मिश्रीलाल ने कृषि का सहारा लेकर उसे आधुनिक बनाया| उसने गन्ने बनाने वाली मशीन खरीद ली और अपने व्यापार को आगे बढ़ाया|
करीम ने कृषि से अलग सोच कर कम्पुटर सेंटर खोल लिया| जीसे बच्चों को सिखने के लिए गाँव से दूर न जाना पड़ा| इस प्रकार उसने अपना व्यापार शुरू किया और दूसरों को भी रोजगार दिया|
मिश्रीलाल और करीम की कहानियाँ एक दूसरे से समान भी क्योंकि दोनों ने उद्यमशीलता दिखाते हुए नए रास्तों पर चलकर निर्माण और व्यापार में निवेश किया। उन्होंने पुराने तरीको को ना अपनाते हुए तथा खेती पर निर्भर न रहते हुए कुछ अपना व्यवसाय करने की सोची। इस प्रकार गाँव में ही रह कर वो गाँव के अन्य लोगों के लिए रोजगार उत्पन्न कर पाएंगे। कुछ नया सोच कर और लोगों को भी उजागर किया| मनुष्य चाहे तो कुछ भी कर सकता है|
प्रश्न 2. पालमपुर गाँव में मजदूरों की अच्छी खासी संख्या है ऐसे में गांव के लोगों को खेती के अलावा किन्ही और काम धंधों में भी लगने की क्या आवश्यकता है?
उत्तर: खेती के अलावा किन्ही और काम धंधों में भी लगने की आवश्यकता हो सकती है, इसका मुख्य कारण यह है कि अब लोग शिक्षक हो गए वह कृषि के अवाला कुछ और करना चाहते है | सब भविष्य में अपने हिसाब सेकाम करना चाहते है| खेती के अलावा वह कुछ नया करना चाहते है| ताकी वह गाँव में रह कर ही दुसरे लोगों को भी रोजगार दे सके| कृषि से हटकर सोच कर कोई और व्यापार कर सके|
प्रश्न 3. मिश्रीलाल और करीम किस प्रकार से उद्यमशीलता के सशक्त उदाहरण है । अपने स्कूलों में पढ़ाये जाने वाले इंटरप्रेन्योर माइडसेट करिकुलम की अनुभवों और सीखों से जोड़कर इस प्रश्न का उत्तर दीजिये।
उत्तर: मिश्रीलाल और करीम किस प्रकार से उद्यमशीलता के सशक्त उदाहरण है। उद्यमशीलता दिखाते हुए नए रास्तों पर चलकर निर्माण और व्यापार में निवेश किया। उन्होंने पुराने तरीको को ना अपनाते हुए तथा खेती पर निर्भर न रहते हुए कुछ अपना व्यवसाय करने की सोची। उन्होंने अपनी शिक्षा को काम लाया और कुछ अलग किया साथ में लोगों को रोज़गार भी दिया| उह दोनों नई सोच के साथ आगे बढ़े और कुछ नया करके दिखाया|
Answer:
उत्तर 2:
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