मुंशी वंशीधर के व्यक्तित्व के बारे में बताइए
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उत्तर:
वंशीधर ईमानदार व सत्यनिष्ठ व्यक्ति था। दारोगा के पद पर रहते हुए उसने पद के साथ नमकहलाली की तथा उस पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ईमानदारी, सतर्कता से कार्य किया। उसने भारी रिश्वत को ठुकरा कर पंडित अलोपीदीन जैसे प्रभावी व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
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वंशीधर एक साधारण निम्न मध्यमवर्गीय परिवार का युवक था। वह ईमानदार व सत्यनिष्ठ व्यक्ति था। वह ब्रिटिश शासन में पुलिस महकमे का एक ईमानदार और कर्तव्यपरायण अधिकारी था और एक प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत था। वह रिश्वत और चापलूसी से घृणा करता था। दारोगा के पद पर रहते हुए उसने पद के साथ नमकहलाली की तथा उस पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ईमानदारी, सतर्कता से कार्य किया। उसने भारी रिश्वत को ठुकरा कर पंडित अलोपीदीन जैसे प्रभावी व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वंशीधर नमक के अवैध कारोबार के सिलसिले में अलोपीदीन को गिरफ्तार करने में जरा भी हिचकता नहीं है। भले ही इसके परिणामस्वरूप उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ता है।