माता-पिता की परिक्रमा पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा के बराबर है और माता-पिता का स्थान ईश्वर से भी बड़ा है। क्या आप भी गणेश जी की तरह अपने माता-पिता को सर्वोच्च महत्त्व देते हैं? किस तरह?
Answers
Answered by
1
- परिक्रमा करने के बाद उन्होंने कहा मेरे लिए मेरा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मेरे मां और पिता ही हैं। इसलिए मैंने यथार्थ ब्रह्माण्ड की परिक्रमा की है। इस भावमय उक्ति के द्वारा भगवान शिव बहुत खुश हुए और उन्होंने गणेशजी को सभी देवों में अग्रपूजा के सम्मान से नवाजा। वस्तुतः गणेशजी के रोम-रोम में माता-पिता के प्रति श्रद्घा भाव था।
Please mark me briliant
Attachments:
Answered by
0
माता पिता के परिक्रमा ब्रह्मांड कि परिक्रमा के बराबर है ईश विषय अपना विचार दीजिए
Similar questions