मित्र को किसी प्रदर्शनी का वर्णन करते हुए पत्र लिखिए
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Answer:
लीजा नगर,
माउंट एलिजाबेथ
21, पुणे (महाराष्ट्र)
दिनांक 20/01/20
प्रिय मित्र रोहन
तुम्हारा पत्र पाकर प्रसन्नता हुई | मेरी पढाई ठीक चल रही हैं | इन दिनों हमारे विद्यालय की ओर से हमें पुस्तक प्रदर्शनी ले जाया गया था | जहाँ किताबों का अंबार लगा हुआ था , हर जगह पुस्तकें ही पुस्तकें | तुम तो जानते ही हो कि मुझे पुस्तकों से कितना लगाव है |
मुझे हमेशा लगता हैं कि किताबें मेरे आस-पास बनी रहे और उनकी खुशबू भी मुझे आकर्षित करती है |जब मैंने पुस्तक प्रदर्शनी में प्रवेश किया तो मैंने वहां पर अपने पसंदीदा लेखकों और कवियों की किताबें भी देखी |
पुस्तक प्रदर्शनी बहुत बड़ी होने के कारण जगह-जगह पर किताबों के रॅक रखे गये थे | ऐसी कम से कम पांच बड़ी-बड़ी रॅक थी | जिसमें छोटी -मोटी सभी किस्म की पुस्तकें लगभग आठ-नौ भाषाओं में उपलब्ध थी ।
मैंने देखा कई लोग पुस्तक बड़े ध्यान से खरीद रहे है | जबकि कई लोग केवल पुस्तकें देख -देख कर रखते जा रहे थे | मैंने अपने पसंदीदा लेखक की कुछ किताबें खरीदीं और तुरंत कक्षा अध्यापक के आदेशानुसार उनके पास लौट आया |
पूज्य माताजी से मेरा प्रणाम | छोटी बहन पिंकी से प्यार कहना |
तुम भी अपना ध्यान रखना |
तुम्हारा मित्र
अजित