" मित्र का महत्व "
निबंध
Answers
Answer:
सभी के लिए मित्र अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। चाहे वह कोई बच्चा हो या कोई किशोर, एक मध्यम आयु वर्ग का व्यक्ति या कोई बूढ़ा व्यक्ति हो - हर किसी के पास अच्छे दोस्त होने चाहिए जो जीवन को पूरी तरह जीने में मदद करते हैं।
बचपन के दौरान मित्रता हमें साझा करने और देखभाल करने की आदत को समझने और विकसित करने में सहायता करती है। छोटे बच्चे तेजी से दोस्ती को विकसित करते हैं और अपने दोस्तों के साथ का आनंद लेते हैं। वे एक साथ खेलते हैं और सीखते हैं। मित्र अपने उचित विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं। किशोरावस्था के रूप में मित्र हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं। हम अपनी किशोरावस्था के दौरान कई भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुज़रते हैं। इस उम्र के दौरान कई समस्याएँ देखने को मिलती हैं जिनकी हमारे माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा नहीं की जा सकती। हालांकि हम अपने दोस्तों के साथ इन्हें साझा करने में काफी सहज महसूस करते हैं। अच्छे दोस्त जो हमारे मुद्दों को सुने तथा हमें सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करें वे वास्तव में हमारे लिए ईश्वर का एक आशीर्वाद हैं।
हमने सभी ने मध्य जीवन संकट के बारे में सुना है। अधिक से अधिक लोग इन दिनों से इस समस्या से पीड़ित हैं। इस उम्र में उन्हें अपना परिवार, नौकरी,बच्चे और लगभग हर कोई बोझ के रूप में प्रकट होने लगता है। इस समय में अपने आसपास अच्छे दोस्त होने से इस भावुक उथल-पुथल के बीच सकारात्मक रहने में मदद मिल सकती है। बड़ी उम्र के दौरान मित्र भी समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। बढती एकल परिवार प्रणाली की वजह से कई पति-पत्नी बुढ़ापे में अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। अगर उनके पास दोस्त हैं तो उनका जीवन निराशाजनक होने की बजाए खुशहाल और दिलचस्प रहता है।
Answer:
मंच प्रधान राकेश नरूला ने कहा, मनुष्य सामाजिक प्राणी है उसके जीवन की अनेक जरूरतें है सच्चे मित्र की आवश्यकता भी जीवन की प्रमुख जरूरत है।
राजिंदर चावला ने कहा जीवन में मित्रों का बहुत महत्व है। मित्र ही संसार में सबसे हितैषी, संवेदनशील, सच्चा सहायक, हमदर्द और दुख-सुख का साथी होता है। सच्चे मित्र के संपर्क में आने से व्यक्ति अपने बड़े से बड़े दुख को भूल जाता है। शाम शर्मा ने कहा मित्र साहस उत्साह के लिए प्रेरक का काम करता है। वह शुभचिंतक तथा मुसीबत से बचाने वाला होता है। राधे शाम बांसल ने कहा मित्रता के अनेकों लाभ है परंतु यह तभी संभव है जब मित्र सच्चा, नि:स्वार्थ निष्कपट हो। वह व्यक्ति वाकई भाग्यशाली होता है जिसे सच्चा, निष्छल मित्र मिल जाए। एसएल लाटका ने कहा जिस व्यक्ति को सच्चा मित्र मिल जाए वह हर मुसीबत का सामना आसनी से कर सकता है।
Explanation: