मेट्रो रेल के लाभ और हानि के बारे में अपने विचार प्रकट करें
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हमारे भारत देश में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं इस आधुनिक युग में नए-नए साधन हमारे बीच आ रहे हैं जिनसे हम अपने जीवन को सुलभ बना रहे हैं ऐसे ही आधुनिक साधनों में है मेट्रो ट्रेन जो हमारे भारत देश में के कई बड़े-बड़े शहरों में हमें देखने को मिलती है। जब मेट्रो ट्रेन की बात याद आती है तो ज्यादातर लोगों को दिल्ली याद आ जाती है।
दिल्ली में मेट्रो ट्रेन चलती है यह बहुत ही आरामदायक होती है यह प्रदूषित रहित होती है अन्य वाहन जिनके जरिए प्रदूषण फैलता है कई तरह की धूल, मिट्टी आदि से वातावरण में समस्याएं पैदा होती हैं वहीं मेट्रो ट्रेन से यह प्रदूषण नहीं होता और हमारा वातावरण भी स्वस्थ रहता है।
मेट्रो ट्रेन बहुत ही तेजी से चलती है जिससे हम जल्द से जल्द अपने स्थान विशेष पर पहुंच पाते हैं और सबसे अच्छी बात यह है कि यह समय पर चलती है और समय पर पहुंचती है। मेट्रो ट्रेन की भारत में शुरुआत 24 दिसंबर 2002 को हुई थी आज हम देखें तो मेट्रो ट्रेन दिल्ली में तो चलती है साथ में कई और बड़े शहरों में मेट्रो ट्रेन चलना प्रारंभ हुई है।
मेट्रो रेल के फायदे
मेट्रो रेल के कई सारे फायदे हैं जो हम पढ़ेंगे सबसे पहले मेट्रो ट्रेन से यह फायदा है कि इससे पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता हमारा पर्यावरण स्वच्छ बना रहता है और यात्रियों के लिए भी यह सुविधाजनक होती है यात्री समय पर पहुंच पाते हैं और समय पर उनको मेट्रो ट्रेन मिल पाती है। इस ट्रेन में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाता है और गंदगी देखने को नहीं मिलती।
इस ट्रेन में हम टिकट लेने के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं एवं कई तरह की सुविधाएं इस ट्रेन में हमें मिलती हैं। अन्य वाहनों में ट्रैफिक की समस्या की वजह से कई समस्याएं हमें देखने को मिलती हैं लेकिन मेट्रो रेल में ऐसा नहीं होता वहां हम आराम से यात्रा कर सकते हैं।
मेट्रो ट्रेन की जो कर्मचारी रहते हैं वह विदेशों से तकनीकी ज्ञान कराते हैं जिससे अच्छी से अच्छी मेट्रो ट्रेन में हमें सुविधाएं मिलती हैं इतना ही नहीं मेट्रो ट्रेन की वजह से बहुत सा खर्चा भी बचता है मेट्रो ट्रेन पूर्णता आधुनिक ट्रेन है या काफी सुविधाजनक होती है।
मेट्रो ट्रेन से नुकसान
वैसे देखा जाए तो मेट्रो ट्रेन से कोई भी नुकसान नहीं है इससे हमें फायदा ही है लेकिन फिर भी थोड़ा बहुत नुकसान हमें देखने को मिलता है मेट्रो ट्रेन की लाइनें और स्टेशन बनाने के लिए स्थान की जरूरत पड़ती है जिसके लिए रास्ते में पड़ने वाले हजारों पेड़ पौधों को काट दिया जाता है जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है। जिन स्थानों से बड़े-बड़े पेड़ पौधे काटे जाते हैं वहां पर छोटे-मोटे पेड़ पौधे लगा तो दिए जाते हैं लेकिन पशु पक्षी उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और पेड़ पौधे उग नहीं पाते इससे हमारे देश के पर्यावरण पर काफी बुरा प्रभाव भी देखने को मिलता है।
हम सभी को चाहिए कि हम इस आधुनिक युग में नए नए साधनों का उपयोग करें लेकिन पेड़ पौधे भी लगाएं इससे हमारा पर्यावरण संतुलितमय रहता है इसके अलावा हमें मेट्रो रेल में स्वच्छता बनाए रखने की जरूरत है। वास्तव में मेट्रो ट्रेन हम सभी के लिए, शहरवासियों के लिए काफी सुविधाजनक है इसका हमें उपयोग जरूर करना चाहिए।
दोस्तों हमारे द्वारा लिखित यह आर्टिकल Metro rail advantages and disadvantages in hindi आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं और इसी तरह के आर्टिकल को पढ़ने के लिए हमे सब्सक्राइब करना ना भूलें।
मेट्रो रेल के लाभ और हानि के बारे में अपने विचार प्रकट करें |
- सुचारू और तेज यातायात सुनिश्चित करने के लिए मेट्रो रेल एक महान आविष्कार है। मेट्रो रेल यह भारत की राजधानी दिल्ली में परिवहन का एक बेहतरीन उदाहरण है। मेट्रो रेल का संचालन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाता है जिसमें बहुत समय, श्रम और पैसा लगता है।
- मेट्रो रेल की शुरुआत 24 दिसंबर 2002 को दिल्ली के शाहदरा तीस हजारी रूट से हुई थी। इंटरसिटी परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न मार्गों के अनुसार मेट्रो की अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक बनाए रखी गई थी। मेट्रो रेल को रोकने के लिए, विशेष मेट्रो स्टेशन बनाए गए, जहाँ मेट्रो अधिकतम 20 सेकंड के लिए रुकती है।
- भारत की राजधानी के रूप में दिल्ली सबसे व्यस्त क्षेत्रों में से एक है, इसलिए राजधानी को आधुनिक बनाने के लिए मेट्रो का निर्माण किया गया, मेट्रो के कई फायदे हैं। जबकि एक सामान्य ट्रेन का उपयोग महंगा और समय लेने वाला है, मेट्रो सस्ता और तेज है। मेट्रो के दरवाजे स्वचालित हैं और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, मेट्रो रेल के अंदर एक आपातकालीन प्रणाली और आग बुझाने की प्रणाली भी स्थापित की गई है।
- मेट्रो ट्रेन की कारें वातानुकूलित होती हैं, जिसकी बदौलत यात्री बिना धूल के करीब आए सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। 21वीं सदी मानव के लिए विकास की सदी है। लेकिन विकास में प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ना मानवता को खतरे में डालने जैसा होगा, क्योंकि मेट्रो की शुरुआत के लिए पेड़ों के एक विशाल समूह को काटना पड़ा। विकास अच्छी बात है, लेकिन पर्यावरण को खतरा नहीं होना चाहिए।आज मेट्रो और ट्रेन की बात हो रही है, लेकिन विकास के नाम पर पेड़ नहीं काटे जाने चाहिए।
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