मोती व्यर्थ लुटाने वालों पंक्ति में मोती से क्या आशय है
Answers
मोती व्यर्थ लुटाने वाली पंक्ति में मोती से आशय आंसुओं से है।
व्याख्या :
‘जीवन नही मरा करता है’ कविता में कवि का कहना है कि जो व्यक्ति अपने जीवन की असफलताओं से निराश होकर अपने मोती के समान बहुमूल्य आँसुओं को बहा कर उन्हें यूं ही लुटा देते हैं, वह ठीक नहीं है। कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता। कवि का कहना यह है कि सफलता, असफलता जीवन के दो पहलू हैं।। एक बार असफलता मिल जाने से जीवन खत्म नहीं हो जाता। कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मर जाता। कुछ भी दियों के बुझ जाने से आँगन खत्म हो जाता। कुछ मुखड़ों की नाराजगी से दर्पण नहीं मर जाता। इसीलिए हमें असफलता से निराश ना हो कर अपने मोती के समान कीमती आँसुओं को यूं ही नहीं बहाना चाहिए बल्कि पुनः दुगने जोश से सफलता पाने के लिए प्रयास शुरू कर देनी चाहिए।
मोती व्यर्थ लुटाने वालों पंक्ति में मोती से क्या आशय है