Hindi, asked by mishtidwivedi739, 4 months ago

मैं तो वहीं खिलौना लूंगा कविता की व्याख्या​

Answers

Answered by sh123prajapat
1

Answer:

मैं तो वही खिलौना लूंगा / सियारामशरण गुप्त

व्यथित हो उठी मां बेचारी- था सुवर्ण-निर्मित वह तो ! 'खेल इसी से लाल, नहीं है राजा के घर भी यह तो ! इस मिट्टी से खेलेगा क्या राजपुत्र, तू ही कह तो । ... खेल रहा था उछल-उछलकर वह तो उसी खिलौने से ।

Explanation:

Similar questions