मोतियाबिंद क्या है
Answers
मोतियाबिंद जिसे हम सफेद मोतिया भी कहते हैं, जिसमे आंख के प्राकृतिक पारदर्शी लेंस का धुंधलापन हो जाता है। यह 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में दृष्टि हानि का सबसे आम कारण है और दुनिया में आँख की दृष्टि खो देना अथवा दृष्टिविहीनता का प्रमुख कारण भी है ।
मोतियाबिंद जो निम्न प्रकारों में शामिल हैं :
• सबसैप्सुलर (उप-सम्पुटी) मोतियाबिंद जो की लेंस के पीछे की तरफ होता है । मधुमेह वाले लोग या स्टेरॉयड दवाओं की उच्च खुराक लेने वाले लोगों में एक उप-कोशिकीय मोतियाबिंद विकसित होने का अधिक खतरा होता है ।
• न्यूक्लियर मोतियाबिंद लेंस के केंद्रीय क्षेत्र (नाभिक) में होता है । न्यूक्लियर मोतियाबिंद आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ संभंधित हैं ।
• कॉर्टिकल मोतियाबिंद की विशेषता सफेद,कील जैसी ओपेसिटी होती है जो लेंस की परिधि में शुरू होती है और धीरे धीरे केंद्र की तरफ बढ़ती है । जैसे कि एक पहिये का आरा ।
मोतियाबिंद के लक्षण और संकेत
प्रारंभ में, मोतियाबिंद का आपकी दृष्टि पर बहुत कम प्रभाव डालता है । आपको महसूस होते रहता हैं कि आपकी दृष्टि थोड़ी-थोड़ी करके धुंधली होती जा रही है, जैसे धुंधले कांच के टुकड़े या एक इंप्रेशनिस्ट पेंटिंग को देखने से होता है।
Answer:
मोतियाबिंद आंखों का एक सामान्य रोग है। प्रायः पचपन वर्ष की आयु से अधिक के लोगों में मोतियाबिंद होता है, किन्तु युवा लोग भी इससे प्रतिरक्षित नहीं हैं। मोतियाबिंद विश्व भर में अंधत्व के मुख्य कारण हैं। 60 से अधिक आयु वालों में ४० प्रतिशत लोगों में मोतियाबिंद विकसित होता है। शल्य क्रिया ही इसका एकमात्र इलाज़ है, जो सुरक्षित एवं आसान प्रक्रिया है। आंखों के लेंस आँख से विभिन्न दूरियों की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। समय के साथ लेंस अपनी पारदर्शिता खो देता है तथा अपारदर्शी हो जाता है। लेंस के धुंधलेपन को मोतियाबिंद कहा जाता है। दृष्टिपटल तक प्रकाश नहीं पहुँच पाता है एवं धीरे-धीरे दृष्टि में कमी अन्धता के बिंदु तक हो जाती है। ज्यादातर लोगों में अंतिम परिणाम धुंधलापन एवं विकृत दृष्टि होती है। मोतियाबिंद का निश्चित कारण अभी तक ज्ञात नहीं है।
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