Hindi, asked by Anonymous, 5 months ago

मृत्यु एक है विश्राम स्थल।
जीव जहाँ से फिर चलता है,
धारण कर नव जीवन संबल।
मृत्यु एक सरिता है जिसमें,
श्रम से कातर जीव नहाकर।
फिर नूतन धारण करता है,
कायारूपी वस्त्र बहाकर।"
क, कवि ने मृत्यु को विश्राम स्थल क्यों कहा है?
ख. मृत्यु को सरिता कहने का क्या अर्थ है?
ग. नूतन वस्त्र धारण कौन और कब करता है?​

Answers

Answered by VISHALKOTALWAR
3

Answer:

क)मृत्यु के बाद जीवन खत्म हो जाता है ।

Answered by ritikajunekar28
8

Answer:

1. कवि ने कहा कि मृत्यु विश्राम है क्योंकि मृत्यु से हमें नया जीवन मिलता है जो पूर्व जीवन से बिल्कुल अलग होता है, हर एक चीज को एक नई शुरुआत मिलती है |

2. यह प्रश्न वास्तव में अच्छा समझा गया उत्तर देता है क्योंकि यहाँ मृत्यु नदी से संबंधित है। नदी चुप है जैसे कि मृत मानव की आत्मा को शांति मिलती है और उस नई आत्मा को नया जीवन मिलता है जो चुपचाप शुरू होती है।

3. यदि व्यक्ति मर जाता है तो उसके बाद उस व्यक्ति को नया जीवन मिलता है और फिर पूर्व जीवन से अपना सब कुछ बदल देता है। उनकी मौत के बाद नई चीजें उस नई जिंदगी से जुड़ी हैं |

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