Hindi, asked by gpkusum470, 9 months ago

"मृत्यु को जीना जीवन विष पीना है जिजीविषा " इस हाइकु का भावार्थ लिखिए. PLEASE REPLY FAST.

Answers

Answered by bharatsingh72
15

Answer:

मनुष्य को इस बात को समझना होगा कि जीवन जहर (अनगिनत बाधाओं एवं समस्याओं) से भरा है और इस जहर को पीकर उसे अमृत में परावर्तित कर जीवन को बेहतर बनाना ही जिंदगी है और बेहतर बनाएँगे।  यह जीने का मकसद और आकांक्षा होनी चाहिए। मृत्यु जिस प्रकार अंतिम सत्य कहा जाता है तो इसे ही जिंदगी बनाकर जीने का जज्बा रखना होगा। तभी जीवन सफल हो जाएगा। 

please add me to brainliet

Similar questions