मिठाईवाले के परिवार के साथ क्या हुआ होगा?सोचिए ओर आधार पर एक कहानी बनाइए?
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मिठाईवाले के परिवार के साथ अचानक कोई दुर्घटना घटी होगी। पहले मिठाई वाला एक अमीर सेठ था। उसकी एक पत्नी तथा दो बच्चे थे। दिवाली के अवसर पर अपने परिवार के साथ सारे मोहल्ले को भोजन खिलाता था। वह भिखारियों को दान भी दिया करता। एक बार दिवाली की रात अचानक पटाखों से उसके घर में आग लग गई। प्रभु ने उसकी पत्नी और बच्चों को छीन लिया। उसे अपने बच्चों तथा पत्नी के जाने का बहुत बड़ा सदमा लगा। वह बीमार रहने लगा। कई वर्षों तक उसका इलाज चलता रहा। 1 दिन अस्पताल में उसे किसी फेरीवाले की मधुर आवाज सुनाई दी। वह उससे बहुत प्रभावित हुआ। बाद में उसने भी अपनी निरंकारी में खिलौने बेचने का काम शुरू कर दिया। वह मधुर आवाज में बच्चों को अपने पास बुलाकर उनके साथ बातें किया करता तथा उन्हें सस्ते दामों पर खिलौने बेचता। चुन्नू मुन्नू भी उस खिलौने वाले से खिलौने लेकर अपने घर आए। उनकी मां ने पूछा ये खिलौने किससे खरीदें ? वे बोले गली में खिलौने वाला आया था उससे। कितने में? दो पैसे में। रोहिणी सोचने लगी कि इतने सस्ते खिलौने वह कैसे दे गया? एक सप्ताह बाद वह खिलौने वाला मुरली बेचने नगर में आया। उस की मधुर आवाज खेलते हुए बच्चों को तुरंत ही अपनी ओर खींच लेती थी। बच्चे उसकी आवाज सुन उसके चारों और इकट्ठे हो जाते। बच्चे अपनी तोतली आवाज में पूछते कि इछका दाम क्या है, और उछका क्या? मुरलीवाला बच्चों को देख बहुत प्रसन्न हो उठता। वह उन्हें बिना पैसों के ही मुरली दे जाता । बच्चों के चले जाने पर भी वह उनकी क्रियाओं को देखता रहता।
एक बार वह मिठाई लेकर आया। रोहिणी ने दादी से कहकर उसे अपने पास बुलाया और उससे इतना सस्ता सोना बेचने का कारण पूछा। उसने बार-बार मना किया लेकिन रोहिणी के आग्रह करने पर उसने बताया कि वह नगर का एक अमीर आदमी था। उसकी एक पत्नी और दो प्यारे बच्चे थे। लेकिन भगवान की लीला ,सब के सब एक दुर्घटना का शिकार हो गए। अब वह अपना दिल बहलाने के लिए सब बच्चों में अपना प्रेम बांटने के लिए ही वह यह सब काम करने लगा। इन नंहे नंहे छोटे बच्चों को देख कर उसे इनही में अपने बच्चों का चेहरा दिखता है। इतना कहते ही वह फूट फूट कर रोने लगा। इसके बाद वह अपनी पोटली उठाकर उसी मधुर आवाज में गाता हुआ चला गया।
Answer:
ye logical question hai