मृदा (मिट्टी) का निर्माण किस प्रकार होता हैं?
Answers
उत्तर :
मृदा (मिट्टी) का निर्माण निम्न प्रकार से होता हैं :
पृथ्वी को मृदा निर्माण में लाखों वर्ष लगे हैं। यह चट्टानों से बनी है। अब भी मृदा के ठीक नीचे कठोर चट्टानों की सतह विद्यमान है । भूकंप जैसी प्राकृतिक घटनाओं से चट्टानें टूटती फूटती है । ज्वालामुखी के फटने से ये चट्टानें छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है। मिट्टी का निर्माण चट्टानों के टूटने से शुरू होता है। टूटने की यह प्रक्रिया वर्षा , बर्फ , हवा, ग्लेशियर तथा बहते पानी के कारण निरंतर चलती रहती है।
मृदा (मिट्टी) का निर्माण मुख्य तीन कारणों से हुआ है :
रसायनिक कारण : नमी और वायु रसायनिक कारण है । विभिन्न रासायनिक यौगिक पानी में घुल कर कर रसायनिक क्रियाएं करती हैं जिससे चट्टाने मिट्टी में परिवर्तित हो जाती हैं।
भौतिक कारण : तापमान ,पानी ,बर्फ ,गुरुत्व और वायु के भिन्न भौतिक कारण हैं जो अपने गुणों से चट्टानों के संकुचन और फैलाव से उन्हें तोड़ डालते हैं। वहीं बाद में टूट-फूट से मिट्टी में बदल जाते हैं।
जीव वैज्ञानिक कारण :
सूक्ष्मजीव , फफूंदियां, लाइकेन, माॅस आदि के जैविक आधार है जो खानिजीय सरंचना को बदल देते हैं। इनसे चट्टानों की भौतिक संरचना पर प्रभाव पड़ता है और वे मृदा निर्माण में सहायक बन जाते हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।