मुद्दे पर से कहानी लिखो -दीपू नाम का एक लड़का उसका स्कूल जाना -रास्ते में रेल की पटरी उखड़ी हुई -रेलगाड़ी को आती हुई देखना - दीपू का लाल कमीज दिलाना -रेलगाड़ी रोक देना - दुर्घटना टल ना - सरकार के द्वारा इनाम देना सीख और कहानी का नाम
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Explanation:
दीपू नाम का एक लड़का था यह कहानी उसी लड़के की है,
दीपू रोज सुबह अपने गांव से स्कूल पढ़ने जाता था परंतु जब भी वह स्कूल पढ़ने जाता थाl रास्ते में उसे रेलगाड़ियों को पटरियों को पार करते हुए जाना होता था वह वहां की रेलगाड़ियों की बहुत तेजी से भरी आवाज सुनता और उसी रास्ते से चला जाता कभी उसके दोस्त वहां पर मिल जाते तो वह दोनों रेलगाड़ियों को देख देख कर ऐसा लगता जैसे वह रेलगाड़ी नहीं कोई टीवी मनोरंजन शो देख रहे हो l उस उसी रेलगाड़ी की उखड़ी हुई पटरिया दिखती और ऐसे ही उस पटरी को के ऊपर से चलते हुए वह स्कूल पहुंच जाते हैं ऐसी ही कुछ दिन तक उसका चलता रहा 1 दिन ऐसा हुआ दीपू अकेले स्कूल जा रहा था उस दिन उसका दोस्त के साथ नहीं आया उसका दोस्त कहीं घूमने गया था तो उसने देखा कि रेल गाड़ी के सामने एक लड़की एक छोटी सी बच्ची बैठी हुई है और सामने से रेलगाड़ी आ रही है तो उसने स्टेशन पर पता किया कि वह रेलगाड़ी यहां कितने बजे पटरी पर आएगी तो ऐसा पता चला कि वह रेलगाड़ी 10 मिनट में इस पृथ्वी पर आने वाली है और उस बच्चे का पैर रेलगाड़ी में पूरी तरह से फंस चुका था जो कि निकल नहीं रहा था उसका पैर निकाल दे तो वह पैर कट जाता तो फिर उन्होंने क्या किया कि दीपू का एक मित्र के पिता जो थे वह उसी ट्रेन से उसके घर आने वाले थे तो उसने अपने मित्र को बोला कि अपने पिताजी को फोन करके देखे कि वह यहां पर आ रहे हैं कि नहीं तो फिर दीपू के मित्र ने अपने पिता को फोन किया और उनके पिता ने बताया कि 15 मिनट में यहां आ रहे हैं और स्टेशन में भी यही बताया था कि वह 10 मिनट में यहां पहुंचेगी तो दीपू ने सोचा कि मैं आपके पिताजी को ही बोल दूं कि वह वहां से ट्रेन की चेन खींच दें जिससे कि ट्रेन वहीं रुक जाए तो दीपू ने अपने मित्र से ऐसा ही कहा और उसे सारी बात बताई उसके मित्र ने अपने पिता से सारी बात बताई तो फिर उसके पिता ने कहा ठीक है जैसी ट्रेन यहां आएगी पहले तो मैं उसे चलाने वाले ड्राइवरों से पूछ लूंगा कि क्या यहां ट्रेन रोक सकते हैं क्योंकि आगे एक बच्ची फंसी हुई है अगर वह नहीं मानेंगे तो मैं ट्रेन की चेन खींच दूंगाl तो दीपू के मित्र ने तब तक किसी को वहां पर मदद के लिए बुलाया और मैं उस दीपू के मित्र के पिता ने जैसी मां पर ट्रेन आई उसे रुकवा दिया ट्रेन रुकने की वजह से इतनी बड़ी दुर्घटना होने से बच गई अगर वह उसे फोन ना करते या उसके पापा वहां ना आते तो शायद वह लड़की के ऊपर ट्रेन गुजर जाती है और वह नहीं बचती और इतनी बड़ी दुर्घटना होते हुए बच गई और इसके लिए दीपू को एक इनाम मिला और उसके दोस्त को भी शाबाशी मिलेगी उसने अपने दोस्त की मदद की l
इसे हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हमें सदैव सभी की मदद करनी चाहिए अगर हम दूसरों की मदद करेंगे तो लोग हमारी मदद करेंगे