Hindi, asked by taruna7023, 8 months ago

माधव दास के बार-बार समझाने पर भी चिड़िया सोने के लिए और सुख सुविधाओं को कोई महत्व नहीं दे रही है दूसरी तरफ माधव दास की नजर में चिड़िया की जिद का कोई तुक नहीं था माधव दास और चिड़िया के मनोभावों के अंदर क्या-क्या थे अपने शब्दों में लिखिए​

Answers

Answered by ThippeswamyH
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Answer:

बी से लगातार

Explanation:

ह आ जाता तब उन्होंने इस बारे विचार कर सकते और उसके साथी हैं इस तरह यह है आपके घर वाले इस पर तुम वाणी कपूर मां ने मेरा भी उपलब्ध करा रही सीबीआई अदालत परिसर है लेकिन कोहरा घना छा रही हो तुम मुझे कहा गया वहां जाकर एक

Answered by kamalamedicherla
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Answer:

माधवदास के बार-बार समझाने पर भी चिड़िया सोने के पिंजरे और सुख-सुविधाओं को कोई महत्त्व नहीं दे रही थी। ... उसे सोने-चाँदी, हीरे-मोती की तुलना में अपने माँ का स्नेह अधिक प्यारा था। अर्थात्‌ चिड़िया की खुशी भौतिक सुखों से अलग भावनात्मक सुखों में है। परन्तु माधवदास के लिए धन दौलत ही सर्वोपरि है।

Explanation:

किन बातों से ज्ञात होता है कि माधवदास का जीवन संपन्नता से भरा था और किन बातों से ज्ञात होता है कि वह सुखी नहीं था? उत्तर : माधवदास ने संगमरमर की नयी कोठी बनवाई थी और उसके सामने सुहावना सा एक बगीचा भी लगवाया था। उन्हें धन की कोई कमी नही थी।

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