Hindi, asked by rekhapakhale65, 3 months ago

मैं विवेकानंद बनना चाहता हूं स्पीच लिखना बताइए​

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Answered by razy7292pblvn2
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yeh sb faltu ke kaam chor kr soo.. abhi rat ho rha.. good night

Answered by madhuvanidaram
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Answer:

शुभ प्रभात

मेरा नम  _ _ _ _ _ _ _ है, मैं कक्षा दस की छात्रा हूँ. और आज मैं इस राष्ट्रीय युवा दिवस पर “मैं विवेकानंद बनना चाहता हूं” ke topicपर भाषण देना चाहती हूं.

सब से पहले कौन है विवेकानंद???

स्वामी विवेकानन्द (जन्म: १२ जनवरी,१८६३ – मृत्यु: ४ जुलाई,१९०२) वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् अठारह सौ तिहत्तरमें आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।  

“संभव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है असंभव से भी आगे निकल जाना।“

ऐसी सोच वाले व्यक्तित्व थे Swami Vivekananda – स्वामी विवेकानंद। जिन्होनें अध्यात्मिक, धार्मिक ज्ञान के बल पर समस्त मानव जीवन को अपनी रचनाओं के माध्यम से सीख दी वे हमेशा कर्म पर भरोसा रखने वाले महापुरुष थे। Swami Vivekananda – स्वामी विवेकानंद का मानना था कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए तब तक कोशिश करते रहना चाहिए जब तक की लक्ष्य हासिल नहीं हो जाए।

तेजस्वी प्रतिभा वाले महापुरुष स्वामी विवेकानंद के विचार काफी प्रभावित करने वाले थे जिसे अगर कोई अपनी जिंदगी में लागू कर ले तो सफलता जरूर हासिल होती है – यही नहीं विवेकानंद जी ने अपने अध्यात्म से प्राप्त विचारों से भी लोगों को प्रेरित किया जिसमें से एक विचार इस प्रकार है –

‘उठो जागो, और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो’ ।।

मैं भी उन की बातों से प्रभावित हो गयी.

इसलिए मैं विवेकानंद बनना चाहता हूं और में उनकी बातों की आवश्यकता होने पर जरूर याद करुंगी.

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