मियाँ नसीरुद्दीन पाठ का सार
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मियाँ नसीरुद्दीन - पठन सामग्री और सार NCERT Class 11th Hindi
25 Aug, 2017
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - पाठ 2 - मियाँ नसीरुद्दीन (Miyan Nasiruddin) आरोह भाग - 1 NCERT Class 11th Hindi Notes
सारांश
मियाँ नसीरूद्दीन’ शब्द चित्र हम-हशमत नामक संग्रह से लिया गया है जिसकी लेखिका कृष्णा सोबती हैं| इसमें खानदानी नानबाई मियाँ नसीरूदीन के व्यक्तित्व, रूचियों और स्वभाव का शब्द चित्र खींचा गया है| इसमें मियाँ नसीरूद्दीन अपनी मसीहाई अंदाज से रोटी पकाने की कला और और उसमें खानदानी महारत को बताते हैं| वे अपने पेशे को कला का दर्जा देते हैं और करके सीखने को असली हुनर मानते हैं|
एक दोपहर जब लेखिका घूमते-घूमते अचानक जामा मस्जिद के निकट मुहल्ले के एक अँधेरी दुकान के पास आती हैं तो पता चलता है कि वो खानदानी नानबाई मियाँ नसीरूद्दीन की दुकान है| उन्हें यह भी पता चला कि मियाँ छप्पन किस्म की रोटियाँ बनाने के लिए मशहूर हैं|
लेखिका के प्रश्न पूछने पर मियाँ नसीरूद्दीन समझ जाते हैं कि वो एक पत्रकार हैं| फिर भी वो उनके प्रश्नों का उत्तर बड़े ही आत्मविश्वास के साथ देते हैं| लेखिका को यह भी बताते हैं कि यह उनका खानदानी पेशा है| बादशाह के दरबार में भी उनके पूर्वजों ने काम किया है| लेखिका के यह पूछने पर कि दिल्ली के किस बादशाह के यहाँ उनके बुजुर्गों ने काम किया था, मियाँ थोड़े खिसिया उठे| लेखिका उनके बेटे-बेटियों के बारे में भी पूछना चाहती थीं, लेकिन मियाँ के चेहरे के भाव देखकर उन्होंने इस विषय को न छेड़ना ही उचित समझा|
बातों-बातों में यह भी पता चला कि मियाँ अपने शागिर्दों का भी बहुत सम्मान करते हैं| वे उन्हें समय पर उचित वेतन देते हैं| इस प्रकार, मियाँ नसीरूद्दीन के रोटियाँ बनाने की कला तथा उनके पेशे के प्रति समर्पण देखकर लेखिका बहुत प्रभावित हुईं|
कथाकार परिचय
कृष्णा सोबती
जन्म: सन् 1925, गुजरात (पश्चिमी पंजाब-वर्तमान में ��
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