"मियां रईस बनते हैं" -लेखक के कथन में कौन-सा भाव निहित है
O A. नवाबी के प्रति सम्मान
B. नवाब के प्रति कृतज्ञता
C. नवाब को उनके पिछले दिनों की याद दिलाना
D. नवाब साहब की रईसी के प्रति व्यंग
Answers
Answer:
hey mate option D. is correct .
Explanation:
D. नवाब साहब की रईसी के प्रति व्यंग्य l
Answer:
इस प्रश्न का प्रासंगिक उत्तर इस प्रकार है:
D. नवाब साहब की रईसी के प्रति व्यंग
लेखक के कथन में नवाब साहब की रईसी के प्रति व्यंग भाव निहित है।
Explanation:
व्यंग्य:-
व्यंग्य साहित्य की एक ऐसी प्रजाति है जिसमें उपहास, उपहास और इसी क्रम में परीक्षा का प्रभाव होता है। यूरोप में, द डिवाइन कॉमेडी, लैटिन में दांते की किताब, मध्ययुगीन व्यंग्य का एक महत्वपूर्ण काम माना जाता है, जिसने सिस्टम को भी स्काउट किया। व्यंग्य को व्यंजक में व्यंग्य कहा गया है।
हरिशंकर परसाई और श्रीलाल शुक्ल हिंदी में इस प्रजाति के ध्यान देने योग्य ऑटोग्राफ हैं।
वैसे समय के कष्टों पर व्यंग्य करने की प्रवृत्ति भी प्रेमचंद में स्थापित है। उन्होंने अपनी कहानियों और उपन्यासों में आम आदमी और किसान वर्ग की दिन-प्रतिदिन की कठिनाइयों पर व्यंग्य किया है। प्रेमचंद के बाद के साहित्यकारों के बीच सामयिक साहित्य में यह देखा जा सकता है। उनके 'कुरमुत्ता' आदि में व्यंग्य की अभिव्यक्ति। समाज में गंदगी फैलाने के खिलाफ एक चुनौती के रूप में व्यक्त किया गया है। सामाजिक मूल्यों के विघटन को केंद्र में रखते हुए समकालीन सीखी हुई लिपि में व्यंग्य लगातार रचा जा रहा है।
#SPJ2