madhya Pradesh mukhmantri ki yojna kon kon shi h
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मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
यह ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' अपने नागरिकों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करने के लिए राज्य के गंभीर प्रयासों का एक और उदाहरण है। इस अनूठी योजना के तहत किसी भी धर्म के वरिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य सरकार के खर्च पर उनके पसंद के धार्मिक स्थानों का दौरा करने के सुविधा प्रदान की गई है।
बेटी बचाओ अभियान
‘बेटी बचाओ अभियान' मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के व्यक्तिगत नेतृत्व के तहत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई पहल है।
लड़कियों के लिंग अनुपात में जारी गिरावट को रोकना और उससे जुडे सामाजिक असर और लड़कियों के खिलाफ भेदभाव को दूर करना, इस अभियान के उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री ने कन्या भ्रूणहत्या की निन्दनीय प्रथा को समाप्त करने हेतु स्वयम् लोगों से मिलने और उन्हें प्रेरित करने के लिए कई स्थानों का दौरा किया। इस अभियान के तहत समाज में एक स्वस्थ लिंग संतुलन के लिए कन्या भ्रूण को बचाने के महत्व के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए कई गतिविधियां चलाई गई।
"पंचायत" - समाज के विभिन्न समूह के साथ सीधी बातचीत
पंचायत के आयोजन के माध्यम से राज्य सरकार ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का सबसे अच्छा प्रयास किया हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा एक अनोखी और विशेष पहल में, विकास के मुद्दों पर भावी हितधारकों के विभिन्न समूहों के साथ संवाद आयोजित किया गया। अब तक 24 पंचायतों का आयोजन किया गया है, जिनमें सबसे अधिक मुख्यमंत्री के सरकारी निवास पर रहे है। इनमें - श्रमिक, साइकिल रिक्शा खींचनेवाले, मंडी हमाल, विक्रेता, मछुआरें, शारीरिक रूप से विकलांग, वरिष्ठ नागरिक, नौकर नौकरानी, महिलाएं, किसान, खिलाडी, छात्र, कारीगर और लघु उद्यमी शामील है। इन पंचायतों में बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फैसले और योजनाएं घोषित की गई है। यह एक लोकतांत्रिक प्रयास है, जिसमें समाज के ज्यादातर वंचित समूहों, उनकी चिंताओं, उम्मीदों और अपेक्षाओं को आवाज देकर उसीके आधार पर उनके हित में तत्काल निर्णय किए गए है।
इस पहल के साथ कई कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ किया गया है – इनमें मुख्यमंत्री मजदूरों के लिए सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री मंडी हमाल सुरक्षा योजना, शहरी महिला नौकरानी कल्याण कोष, वरिष्ठ नागरिक' तीर्थयात्रा योजना, मुख्यमंत्री किसान सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना आदी शामील है।
समाधान ऑनलाइन
सभी स्तरों पर प्रशासन को संवेदनशील बनाने के प्रभावी साधन के रूप में, सहानुभूति, संवेदनशीलता और उच्च प्राथमिकता के एक दृष्टिकोण के साथ लोगों की शिकायतों को पता करने तथा उन्हे हल करने के उद्देश्य के साथ ‘समाधान ऑनलाइन' शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम हर महीने के पहले मंगलवार को आयोजित किया जाता है। सभी जिला और विभाग के अधिकारियों को किसी भी स्पष्टीकरण के लिए उस दिन कार्यालय में रहने के लिए कहा जाता है। लगभग 20 से 25 आवेदन पत्रों को बेतरतीब ढंग से चयन कर, इस कार्यक्रम के ही दिन वेबसाइट के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भेजे जाते है। संबंधित अधिकारियों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के कार्यालय को यह रिपोर्ट ऑनलाइन प्रस्तुत की जाती है। माननीय मुख्यमंत्री खुद शिकायतकर्ता और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा के माध्यम से संबंधित अधिकारियों के साथ रिपोर्ट की समीक्षा करते है।
माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का वेबसाइट के माध्यम से पालन किया जाता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा के माध्यम से सभी जिलें इस कार्यक्रम में भाग लेते हैं।
एक दिन का शासन
‘समाधान एक दिन में' एक बहुत ही अभिनव और आवेदकों के लिए लगभग 21 प्रमाण पत्र, मांग के अनुसार उसी दिन उपलब्ध कराने वाला एक कार्यक्रम है। जनता को सुबह 11.00 से दोपहर 1:30 बजे तक आवेदन देना होता है, जिसके बाद दिन की समाप्ती से पहले उन्हे प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। यदि आवेदन अस्वीकार हो या उसमें देरी हो, तब उसके कारण आवेदकों को बताए जाते है। कलेक्टर प्रत्येक दिन के अंत में आवेदन के निपटारे पर नज़र रखता है। इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के परिणाम स्वरूप, बहुत पैसे और समय खर्च करने के बाद भी हाथ में प्रमाण पत्र प्राप्त करने में अनिश्चितता की नागरिकों की 'अग्नि परीक्षा समाप्त हो गई है। इससे राजस्व उत्पन्न होता है, जनता का विश्वास बढ़ता है और मध्यस्थ की भूमिका समाप्त होकर लंबित मामलों की संख्या भी घटती है।
लाड़ली लक्ष्मी योजना
लड़कियों की शैक्षिक और आर्थिक स्थिति में सुधार कर उसके माध्यम से लड़कियों के भविष्य की मजबूत नींव रखने और समाज में लड़की के जन्म को लेकर एक सकारात्मक बदलाव के लाने के उद्देश्य के साथ, वर्ष 2006 में इस योजना को शुरू किया गया। इस योजना के तहत राज्य स