महिलाओं ने अपने हितों की मौत कैसे की
Answers
Answer:
मैं मानती हूं कि महिला सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा और महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा, भारत को सवालों को घेरे में डालता है. ये ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब जल्द से जल्द निकालने होंगे. लेकिन इस तरह की रिपोर्ट या खबरों को लेकर मेरी कोई सहानभूति नहीं है, जिसमें कहा जाए कि कोई खास जगह कम खतरनाक है और कोई ज्यादा. मुझे नहीं लगता कि यह इस पूरे मसले को समझने का सही तरीका है. अगर हम कहते हैं कि किसी जगह पर कम बलात्कार हुए हैं इसलिए वह उस जगह से तो बेहतर हैं जहां ज्यादा बलात्कार हुए हैं, तब मैं मानती हूं कि ये पूरी बहस ही गलत हैं. क्योंकि बलात्कार का एक मामला भी उतना गलत है जितने अन्य. यह कही भी नहीं होना चाहिए.
मेरी दूसरी बात है कि जब आप इस तरह का कुछ कहते हैं तो उसी वक्त दक्षिणपंथी गुट कूद पड़ेंगे और कहेंगे, नहीं, हमारा भारत इतना बुरा नहीं है, यह पश्चिमी षड्यंत्र हैं. ऐसा कहना एकदम बकवास है. क्योंकि भारत में स्थितियां खराब है और अब ये हमें मानना होगा. असल में ये सवाल लोगों पर सीधे उत्तर देने के लिए दबाव बनाते हैं. मैं यह नहीं कह रही हूं कि इस सर्वे में कोई षड्यंत्र है, लेकिन मैं यह जरूर मानती हूं कि ऐसे सर्वे और पोल आपको कहीं न कहीं आपको आधी सच्चाई की तो चेतावनी जरूर देते हैं. लेकिन हमें इसे ही अंतिम सत्य नहीं मान लेना चाहिए. अगर आप थॉमसन रॉयटर्स को अंतिम सच मान लेंगे तो आप सोच सकते हैं कि कोई भी महिला देश में घर से बाहर नहीं निकलेगी. इसलिए मुझे लगता है कि ये रिपोर्ट हमें बताती है कि ये मुद्दे कितने गंभीर हैं.