महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूह से कौन-कौन से लाभ पहुंच रहे हैं? एक केस
study तैयार कीजिए।
Answers
Answer:
महिलाओं को समूह में छोटी-छोटी बचत करने तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति हेतु समूह में ही न्यूनतम दर पर लेन-देन हेतु सक्षम बनाने में सहयोग प्रदान करना। महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण।
Answer:
गरीबों के बीच बचत आदत विकास करने का माध्यम वृहत पैमाने पर संसाधन की उपलब्धता| एक स्थान से बेहतर तकनीकी एवं बौद्धिक ज्ञान वर्द्धन की सुविधा | अपने क्षेत्र में ही आपातकालीन, उपयोग एवं उत्पादन कार्य हेतु कर्ज की उपलब्धता|
Explanation:
महिला स्व-सहायता समूहों के लिए ब्याज सब्सिडी कार्यक्रम का सभी जिलों में विस्तार किया जाएगा। जन-धन बैंक खाते वाली स्व-सहायता समूह की प्रत्येक महिला सदस्य को 5,000 रुपये के ओवर ड्राफ्ट की सुविधा मिलेगी और मुद्रा योजना के तहत प्रत्येक स्व-सहायता समूह की एक महिला सदस्य 1,00,000 रुपये तक का कर्ज प्राप्त कर सकेगी। सरकार, देश की विकास प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहती है।
स्वयं सहायता समूह अपने कोष के पैसे से ग्रामीण आधारित सूक्ष्म या लघु उद्योग की शुरूआत भी करते हैं जिससे रोजगार के नये अवसर सृजित होते हैं। इन समूहों में से ही किसी को नेतृत्व दे दिया जाता है जो सारे प्रबंधन का कार्य करता है। इन समूहों को बैंकों द्वारा धन दिया जाता है//