Hindi, asked by zoyaabdul069, 1 month ago

महान पुरुषों की निंदा करने वाला ही दोषी नहीं, उसे सुनने वाला भी दोषी होता है|' यह कथन किस महापुरुष का है?​

Answers

Answered by jankisonani07
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Answer:

bhagavan shri krishna ka

Answered by divyanka1421
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Answer:

ईश्वरचन्द्र विद्यासागर

Explanation:

ईश्वरचन्द्र विद्यासागर एक विद्वान महापुरुष थे। वह लोगों का सदा हित करते थे और उनको लाभ ही पहुँचाते थे। उन्होंने अनुभव किया कि कुछ लोग उनकी निन्दा करते थे तथा उनसे ईर्ष्या का भाव रखते थे। उन्होंने अपना तजुर्बा प्रकट करते हुए कहा-तुम्हारी निन्दा वही करेगा, जिसकी तुमने भलाई की है।

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