महाराजा का इलाज कहानी की सारांश
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महाराजा का इलाज कहानी की सारांश
कहानी महाराजा का इलाज कहानी यशपाल जी द्वारा लिखी गई है| 'महाराजा का इलाज' कहानी उच्च वर्ग की मानसिकता की जकड़न को तोड़ने वाली कहानी है।
यह कहानी मोहाना की रियासत के महाराजा साहब मोहाना की बीमारी जो दूर-दूर तक प्रसिद्ध थी| महाराजा मोहान उन्हें ठीक करवाने के लिए बहुत सारे चिकित्सकों के पास गए पर उन्हें कोई इलाज नहीं मिला |
इस कहानी में महाराजा की उच्च वर्ग की मानसिकता की जकडन को तोड़ने वाली कहानी है| महाराज उच्च वर्ग , समर्थ वर्ग, अपने सामने चापलूसों की जमात खड़ी करना चाहते थे | महाराजा को राजयोग की बीमारी थी | राजयोग से मतलब है सम्पन्न वर्ग में होने वाला रोग | उनके घुटने बरसों से एक साथ जुड़ गए थे |
अंत में डॉक्टर संघटिया महाराज को बोलते है इस प्रकार घुटने जुड़ने से दय तथा सिर की पीड़ा का दुस्साध्य रोग है. यह सुनकर महाराज को बहुत गुस्सा आया वह डॉक्टर को बोले चुप बदतमीज़ | यह कह कर वही कांपते हुए पैरो से हाल से बहार चले गए | महाराज को किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी|