महात्मा गांधी ने स्वावलंबन का पाठ किसे पढ़ाया उदहारण सहित लिखिए
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Explanation:
क्वेश्चन चेक करो एंड सनी प्लीज राइट द क्वेश्चन
Answer:
देश आज स्वावलंबन की बात कर रहा है गांधी ने अपने पूरे जीवन में यही संदेश दिया. स्वच्छता, स्वदेशी और स्वावलंबन गांधी पथ है. दिल्ली के हरिजन आश्रम में रोजगार और कौशल के कई गुण सिखाये जाते थे. बापू के मन में इच्छा थी कि यहां के काम को एक बार देखें बापू ने इसकी खूब तारीफ सुनी थी
Explanation:
भारत-पाक विभाजन के दौरान महात्मा गांधी जब जम्मू आए थे तो उनके दर्शन के लिए आपार भीड़ जुट गई। इसी में एक बच्चा भी शामिल था। उसके मन को गांधी जी की सादगी ने इतना प्रभावित किया वह समाजसेवा को ही अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।
तालाब तिल्लो इलाके में रहने वाले भारत भूषण आज कई सामाजिक संस्थाओं के साथ जुड़कर लोगों की सेवा कर रहे हैं। विशेषकर उन लोगों को राहत पहुंचाने की अधिक कोशिश करते हैं जिन्हें साधन की कमी रहती है। गांधी के विचारों का प्रभाव ही उन्हें गांधी सेवा सदन के करीब भी लाया। भारत भूषण जैसे-जैसे जीवन की गहराइयों को समझने के लायक हुए तो उन्हें गाधी के जीवनदर्शन की समझ आने लगी। गांधी जी के फलसफे को समझाने में उनके पिता डॉ. लाल चंद गुप्ता ने भी अहम भूमिका निभाई, क्योंकि वह स्वयं एक समर्पित गांधीवादी रहे हैं। उन्होंने गांधी जी के साथ देश की आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
सत्य पर चलने का संकल्प, अहिंसा व सत्याग्रह के पथ पर चल कर अन्याय के खिलाफ लड़ने की उनकी मुहिम ने भारत भूषण के पिता लाल चंद गुप्ता को समीप लाया था। वह कहते हैं कि उनके डॉक्टर होने के बावजूद पिता ने खादी को अपने जीवन में अपनाया। वह तन-मन से खादी, सत्य व अहिंसा के पुजारी थे। गांधी जी की राष्ट्रप्रेम, अहिंसा व सत्याग्रह से अपने मकसद को प्राप्त करने की गांधी जी के नेक इरादों से वह इतने प्रभावित थे कि उनके परिवार में सब लोग गांधी के ही मार्ग पर चलने लगे। भारत भूषण कहते हैं कि जम्मू में नागरिक सचिवालय के समीप स्थित गांधी भवन के निर्माण में उन्होंने छह महीने तक श्रमिक के रूप में योगदान किया। गांधी का जीवन दर्शन उन्हें आज भी उतना ही प्रभावित करता है। उन्हीं की प्रेरणा से वह समाज व देश की सेवा कर रहे हैं।