महादेवी वर्मा को स्त्रियों का क्या करना अच्छा नहीं लगता था? प्रेम विवाह करना सिर - घुटाना फैशन करना नृत्य करना
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सही उत्तर है...
➲ सिर घुटाना
✎... ‘भक्तिन’ कहानी में दिए गए उल्लेख के अनुसार महादेवी वर्मा को स्त्रियों का सिर घुटाना यानि सर गंजा होना अच्छा नहीं लगता था। जब उनकी सेविका भक्तिन ने अपना सिर घुटाने की बात कर रही थी तो न्होंने भक्तिन को रोका और क्योंकि उन्हें स्त्रियों का सिर घुटाना अच्छा नहीं लगता था। तब भक्तिन ने कहा कि शास्त्रों में लिखा है। उन्होंने भक्तिन से पूछा क्या लिखा है। तब भक्तिन ने कहा कि ‘तीरथ गए मुंडा सिद्ध’। यानि तीरथ जाने पर सिर मुंडाना ही पड़ता है, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष। तब महादेवी वर्मा को भक्तिन की बात समझ नहीं आई। वे इस तरह के रीति-रिवाजों कर्मकांड में विश्वास नहीं रखती थीं।
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