महावीर ने नालंदा में कितने दिनों का वर्षावास किया था?
Answers
Ans.
10 years Ka Varshavaas
भगवान महावीर ने नालंदा के पास पावापुरी में लगभग एक वर्ष का समय व्यतीत किया था।
Explanation:
पावापुरी जैन धर्म का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। जैन मान्यताओं के अनुसार इस जगह पर भगवान महावीर स्वामी ने मोक्ष प्राप्त किया था। यहीं पर भगवान महावीर ने अपना प्रथम और अंतिम उपदेश दिया था। पावापुरी नालंदा से लगभग 25 किमी दूर पटना-रांची मार्ग पर स्थित एक गांव है जो जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी का निर्वाण स्थल भी है। यह जैन धर्म के मानने वालों का एक प्रसिद्ध तीर्थ है।
महावीर स्वामी ने अपने जीवन का अंतिम समय यही व्यतीत किया था और उन्होंने लगभग यहां पर एक साल का समय व्यतीत किया और 72 वर्ष की आयु में यहीं पर परिनिर्वाण प्राप्त किया। अपने जीवन के अंतिम काल में तथागता यानि महावीर स्वामी ने पावापुरी में ठहर कर एक व्यक्ति को घर का भोजन ग्रहण किया, जिसके कारण उनको अतिसार का रोग हो गया और आगे कुशीनगर पहुंचने पर उनको परिनिर्वाण प्राप्त हो गया।