mahadevi Verma neelu story summary in Hindi in 300 words
Answers
Answer:
महादेवी वर्मा
नीलू की कथा उसकी मां की कथा से इस प्रकार जुड़ी है कि एक के बिना दूसरी अपूर्ण रह जाती है. उसकी अल्सेशियन मां उत्तरायण में लूसी के नाम से पुकारी जाती थी. हिरणी के समान वेगवती सांचे में ढली हुई देह, जिसमें व्यर्थ कहने के लिए एक तोला मांस भी नहीं था. ऊपर काला आभास देनेवाले भूरे पीताभ रोम, बुद्धिमानी का पता देनेवाली काली पर छोटी आंखें, सजग खड़े कान और सघन, रोयेंदार तथा पिछले पैरों के टखनों को छूनेवाली लम्बी पूंछ, सब कुछ उसे राजसी विशेषता देता था. थी भी वह सामान्य कुत्तों से भिन्न.
अल्सेशियन कुत्ता एक ही स्वामी को स्वीकार करता है. यदि परिस्थितियों के कारण एक व्यक्ति का स्वामित्व उसे सुलभ नहीं होता, तो वह सबके साथ सहचर-जैसा आचरण करने लगता है. दूसरे शब्दों में, आदेश किसी का नहीं मानता, परन्तु सबके स्नेहपूर्ण अनुरोध की रक्षा में तत्पर रहता है. लूसी की स्थिति भी स्वच्छन्द सहचरी के समान हो गई थी.
Answer:
उत्तरायण मै खाद्य सामगी की दुकान कहां थी