Mahavidyalaya Mein anushasan ka mahatva par samvad lekhan
Answers
महाविद्यालय में अनुशासन के महत्व को लेकर संवाद |
Explanation:
निलु - आज के समय में विद्यार्थियों के अंदर अनुशासन को लेकर कोई भी जिज्ञासा दिखाई नहीं दे रहा हैं न !
जितेंद्र - हाँ ! तूने सही कहा | अनुशासन में आयी कमी कितनी ज्यादा बर्बाद कर रही हैं आज के विद्यार्थियों को |
निलु - आज मन लगा तो विद्यार्थी स्कूल जाते हैं और मन लगा तो नहीं |
जितेंद्र - अनुशासन के अभाव के कारण स्कूल के अंदर कई प्रकार के असहनीय घटना भी घट रही हैं | जैसे की बड़ों को सम्मान न देना और छोटों को स्नेह न करना |
निलु - हाँ ! भाई इसके साथ ही साथ विद्यालय के दिनचर्या में भी काफी ज्यादा उल्लंघन दिखाई पड़ रहा हैं | ज़्यादातर कक्षाओं के अंदर शिक्षकों के अनूपस्थिति में विद्यार्थियों का शोर करना और उत्पात मचाना इसिका का ही एक उदाहरण हैं |
जितेंद्र - अगर ऐसा ही चलता रहा तो, पता नहीं आगे स्कूलों का हालत क्या होगा ?
निलु - हाँ देखना पड़ेगा भाई ऐसे में क्या होता ?