mahilao ko parivar or samaj me pehechan kese mili
Answers
महिलाएं तब तक सशक्त नहीं हो सकती जब तक कि घर पर किए गए उनके कार्यों का मूल्य नहीं आता जाता और उससे 100 वेतन कार्य के बराबर नहीं माना जाता !!महिलाओं को घर चलाने वाली ग्रहणी मानते हुए घर पर किए गए उनके कार्यों का शायद ही मूल्यांकन किया जाता है और इसे आर्थिक गतिविधियों के रूप में भी गिना नहीं जाता परंतु एक कहावत है धन बचाना धन कमाना है !!महिलाएं परिवार के भरण-पोषण के लिए अपने जीवन के सभी स्तरों जैसे की मां बहन बेटी पत्नी और दादी के रूप में घरेलू कामकाज या परिवार के अन्य कार्य करती है उसके लिए उन्हें जीवनभर ऊर्जा की आवश्यकता होती है इस प्रकार का योगदान परिवार के अन्य सदस्यों को अधिक दक्षता से उनकी भूमिका निभाने और कर्तव्य पूरा करने में सहायक होता है अतः महिलाओं द्वारा किए गए घरेलू कार्य को आर्थिक योगदान और उत्पादन गतिविधि की तरह महत्व देने की आवश्यकता है !!!
HOPE HELP US