Hindi, asked by geetakharb779, 7 months ago

Mahilao par hone wale gharelu utpidan se sambdhit jach samiti ke liye mahila ayog ko letter in hindi

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Answered by trip6753
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उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहा कि महिला और बच्चियों के उत्पीड़न के मामलों में सख्ती से कार्रवाई होगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही नारी निकेतन और वृद्धाश्रमों की स्थिति में सुधार होगा। हर जिले में महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई होगी। अगले छह महीनों में अभियान चलाकर शहर से लेकर गांवों, स्कूल, कालेज, इंस्टीट्यूटों में जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे ताकि महिलाओं से संबंधित अपराध और उत्पीड़न के मामलों मे कमी आए।

सर्किट हाउस में उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायत व्हाट्सएप नंबर 6306511708 पर कर सकती है। शिकायत पर 24 से 48 घंटों के भीतर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि हर शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई हो रही है। मेरठ के लालकुर्ती स्थित नारी निकेतन में सुधार की हिदायत दी और कहा कि यदि लापरवाही होगी तो जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। वहां सिलाई-कढ़ाई आदि सिखाने के कार्य की औपचारिकता भर होती है। उन्होंने बताया कि जिलों में जल्द सुनवाई करेंगे। पीड़ितों को न्याय दिलाएंगे। राज्य महिला आयोग पूरी तरह से एक्टिव है और कार्य कर रहा है। प्रदेश के हर जिले से अलग-अलग तरह की घटनाएं सामने आ रही है। राज्य महिला आयोग अब अगले छह महीनों में जागरूकता अभियान चलाएगी। शिविरों का आयोजन किया जाएगा। युवक-युवतियों को जागरूक करेगी। कहा कि कुछ मामले रंजिशन झूठे भी सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार महिला उत्पीड़न और अपराधों पर गंभीर नहीं थी। सरकार में घपले और घोटाले चल रहे थे। आज भी कुछ अफसरों के पिछली सरकार की कार्यशैली की आदत पड़ी है। जिसमें सुधार करना होगा, वरना ऐसे अफसरों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि भरण पोषण एक्ट लागू हो गया है। वृद्धाश्रमों में वृद्धजनों को लेकर जानकारी की जाएगी कि उन्हें क्यों छोड़ा गया। जो खुद अपना अच्छी तरह से भरण पोषण कर रहे है, उन्हें वृद्धजनों को आश्रम में छोड़ने का अधिकार नहीं है। देखा जाएगा कि यदि संपत्ति हड़पने के लिए ऐसा किया जा रहा है तो रिपोर्ट दर्ज कराई

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