'' mai Satya kehta hun sakhe!sukumar mat jano mujhe,
yamraj se bhi yuddh ko prastut sada mano mujhe |''
Ras pehchaan kar likhiye.
Answers
Answered by
6
Vir rash this is question of today's question paper
sanju183:
10th
Answered by
1
मैं सत्य कहता हूँ सखे! सुकुमार मत जानो मुझे।
यमराज से भी युद्ध में प्रस्तुत सदा मानो मुझे।
इन पंक्तियों में वीर रस है
वीर रस की परिभाषा
वीर रस का स्थायी भाव उत्साह होता है और इस रस के अंतर्गत जब युद्ध या कठिन कार्य को करने के लिए मन में जो उत्साह की भावना जागृत होती है उसे ही वीर रस कहा जाता है। इस रस में शत्रु पर विजय प्राप्त करने, कीर्ति प्राप्त करने आदि की भावना प्रकट होती है।
Similar questions