Main Akshar Hoon Hindi story telling
Answers
मैं अक्षर हूँ
देखने में बहुत छोटा हूँ , मैं अक्षर अपने आप में बहुत बड़ा हूँ, मुझसे ही जोड़ कर शब्द बनते है | किसी भी वाक्य और शब्द की शुरुआत मेरे द्वारा ही की जाती है | मेरे बिना सभी वाक्य और शब्द बनना नामुमकिन है | मेरे बिना कहानियाँ , शब्द , कविताएँ लिखना संभव नहीं है | मुझे ख़ुशी होती है मुझे जोड़ कर वाक्य बनाए जाते है |
किसी भी नाम की शुरुआत करनी हो वह मेरे से होती है | मुझे बहुत अच्छा लगता है , मेरा प्रयोग सबसे पहले किया जाता है | चाहे वह किसी का पहली बार नाम रखना हो , मेरा ही उपयोग किया जाता है | मैं हूँ छोटा लेकिन सभी भाषा को लिखने की शुरुआत मुझ से ही होती है |
मेँ अक्षर हूँ |
Explanation:
"मेँ अक्षर हूँ" मुझिसे ही भाषाओं का अस्तित्व कागज पर आता हैं | मुझी से ही आप लोग अपने मन के विचारों को लिख पाते हैं | मुझि के कारण ही आप अन्यों के विचारों को भी पढ़ सकते हैं | मुझिसे से ही आप अपने अध्ययन के प्रक्रिया को पूरा कर सकते हों | मुझी के वजह से ही आप दूसरों को अपनी चिंता वक्त कर सकते हो |
मुझीसे ही शब्दों और वाक्यों का अस्तित्व बनता हैं | हर एक भाषा के लिए मेरा रूप अलग-अलग हैं | हिन्दी में मेरा 44 अलग-अलग प्रकार के रूप हैं | आप लोग मुझे कई बार व्यंजन वर्ण के तौर पर जानते हैं तो कई बार स्वर वर्ण के तौर पर भी |