maithilisharan gupt ki kavita pratishod ka matlab bataya
Answers
Answered by
0
Answer:
राष्ट्रकवि 'मैथिलीशरण गुप्त' की कविताओं की विशेष पंक्तियां
चारुचंद्र की चंचल किरणें चारुचंद्र की चंचल किरणें, खेल रहीं हैं जल थल में .
मृषा मृत्यु का भय है मृषा मृत्यु का भय है
सखि, वे मुझसे कहकर जाते, सखि, वे मुझसे कहकर जाते, ...
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे विचार लो कि मर्त्य हो न मृत्यु से डरो कभी
Similar questions