मक (श्लेष (स) उत्प्रेक्षा (द) अनुप्रास।
प्राय पुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये
1. अर्थ की दृष्टि से वाक्य के
नवरत्न
समास है। (द्विगु/वंद)
बरंगोष्ठि
उपसर्ग होगा। (सम/ सम्)
भरियाका अभिप्राय
वाख मेघर का प्रतीक है। आत्मा/पर
303 सही जोड़ी का मिलान कीजिए-
(अ) गधे में गुणों की पराकाष्ठा है
(क) डाँडा थोड़ला की ऊँचाई है
(स) पखा-पखी
स्वभाविकरू
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अर्थ की दृष्टि से वाक्य के आठ भेद होते हैं
नवरत्न में दिगु समास है
संगोष्ठी में सम उपसर्ग है
भ रिया का अभिप्राय भरना है
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