मकर रेखा होती है
(अ) 23
Answers
Answer:
साढ़े तेइस डिग्री दक्षिण आक्षांश रेखा
Explanation:
पृथ्वी का आकार नारंगी के सामान होता है । नारंगी दबे हुए भाग को जब उपर नीचे रखे तो दाएं से बांए या बाएं से दाएं जो रेखा खिची जाए तो ऐसी मानक रेखाएँ आक्षांश रेखाएं कहलाती हैं । सबसे बड़ी अक्षांश रेखा विषुवत रेखा कहलाती है । पृथ्वी को जब एक गोला माना जाए तो, पृथ्वी के केंद्र से दाएं या बाएं जब कोई परिधि पर की बिन्दु से मिलने से बना आधार से विषुवत रेखा 0 डिग्री का कोण बनाती है । इस लिए विषुवत रेखा को 0 डिग्री आक्षांश रेखा भी कहां जाता है ।पृथ्वी की इस मानक रेखा पर सूर्य की किरणें सालों भर लम्बवत पड़ती है आर्थात् सीधी पड़ती है । पृथ्वी नामक गोले को विषुवत रेखा दो बराबर अर्द्ध गोले में विभाजित करती हैं । उपर के हिस्से को उत्तरी गोलार्ध और दक्षिण(नीचे के हिस्से) को दक्षिण गोलार्ध कहते हैं । इस मानक रेखा की तरह पृथ्वी पर सबसे उत्तरी और सबसे दक्षिण क्षेत्र जहां एक वर्ष में कभी एक क्षण के लिए सूर्य की किरण सीधी पड़ती हों, वह है साढ़े तेइस डिग्री उत्तर और दक्षिण दोनों तरफ की आक्षांश रेखा होती है । उत्तर गोलार्ध में ये रेखा कर्क रेखा कहलाती है । जबकि दक्षिणी गोलार्ध में स्थित ये रेखा मकर रेखा के नाम से जानी जाती है ।
जब सूर्य की किरणें मकर रेखा पर सीधी पड़ती है, तो इस समय को पुरी दुनिया मकर संक्रांति के रूप में जानती है और इस दिन को उत्तरी गोलार्ध के लोग मकर संक्रांति पर्व के रूप में मनाते हैं । ये पर्व इस खुशी में मनायी जाती की इस दिन के बाद सूर्य उत्तर गोलार्ध के तरफ आने लगते हैं और इस क्षेत्रों से जाड़े मौसम जाने लगता है ।