History, asked by keshav7560, 4 months ago

MAKE SENTENCE
यथा राजा तथा प्रजा​​

Answers

Answered by riyazaly98
4

Explanation:

यथा राजा तथा प्रजा अर्थात जैसा राजा होगा वैसी ही प्रजा होती है.और उसकी सारी राज व्यवस्था वैसी ही चलने लगती है.तब क्या भारत में सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे है ?यदि ऐसा है तो हम क्यों राज नेतायो को दोष देते हैं ? प्रो. राव ने भारत रत्न(विद्वान का प्रमाण पत्र ) मिलते ही वैज्ञानिक होते हुए भी एक ऐतिहासिक सत्य, नेतायो को इडियट अर्थात मूर्ख कहा .यह ऐतिहासिक इसलिए है इसको सबसे पहले वैश्‍विक विद्वान चर्चिल ने कहा था उसके बाद अमेरिका मे राजदूत रोनेन सेन ने इन सत्ता नेतायो को हैड लैस चिकन अर्थात कटे सिर् के मुर्गे कहा था जिसका अर्थ होता है परले दर्जे के मूर्ख. कहने को तो यदि एक झूठ को सौ बार दोहराया जाए तो वह सत्य बनने लगता है ,पर यदि एक सत्य को सौ बार दोहराया जाए तो क्या यह एक शाश्‍वत सत्य बन जाएगा ?ये नेता तो जनता द्वारा चुने जाते हैं. यह सत्य जानने के बाद ही आजादी के बाद से ही जनता इनको चुनती आ रही है.तब इन नेतायो को जो सरकार बनाते हैं. तब क्यो नही नेतायो के साथ -साथ जनता को मूर्ख कहा जाए ? तब काटजू का कहा वाक्य भी सत्य है जिसके अनुसार 90% भारतीय मूर्ख होते हैं.

Answered by ankushrathour2004
1

Explanation:

यथा राजा तथा प्रजा अर्थात जैसा राजा होगा वैसी ही प्रजा होती है. और उसकी सारी राज व्यवस्था वैसी ही चलने लगती है.

Similar questions