मन भावन सावन आते ही,
हरियाली छा जाती है।
राखी के दिन बहिन खुशी से,
फूली नहीं समाती है।
आजादी के दिवस तिरंगा,
घर-घर पर लहराता है।
वीर शहीदों की गाथाएँ,
हमको याद दिलाता है।
आता हर वर्ष दशहरा,
होते खेल तमाशे।
दीपावली पर दीप-दान,
फुलझड़ियाँ खील बताशे।
भाईचारे का संदेशा,
ले ईद मुबारक आती।
मीठी-मीठी खीर, सिवैयाँ,
सबके मन को भाती।
खेल-खिलौने पाते बच्चे,
क्रिसमस के उपहार।
त्यौहारों का देश हमारा,
हमको इससे प्यार।। write in ur own words
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हरियाली छा जाती है।
राखी के दिन बहिन खुशी से,
फूली नहीं समाती है।
आजादी के दिवस तिरंगा,
घर-घर पर लहराता है।
वीर शहीदों की गाथाएँ,
हमको याद दिलाता है।
आता हर वर्ष दशहरा,
होते खेल तमाशे।
दीपावली पर दीप-दान,
फुलझड़ियाँ खील बताशे।
भाईचारे का संदेशा,
ले ईद मुबारक आती।
मीठी-मीठी खीर, सिवैयाँ,
सबके मन को भाती।
खेल-खिलौने पाते बच्चे,
क्रिसमस के उपहार।
त्यौहारों का देश हमारा,
हमको इससे प्यार।।
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हरियाली छा जाती है।
राखी के दिन बहिन खुशी से,
फूली नहीं समाती है।
आजादी के दिवस तिरंगा,
घर-घर पर लहराता है।
वीर शहीदों की गाथाएँ,
हमको याद दिलाता है।
आता हर वर्ष दशहरा,
होते खेल तमाशे।
दीपावली पर दीप-दान,
फुलझड़ियाँ खील बताशे।
भाईचारे का संदेशा,
ले ईद मुबारक आती।
मीठी-मीठी खीर, सिवैयाँ,
सबके मन को भाती।
खेल-खिलौने पाते बच्चे,
क्रिसमस के उपहार।
त्यौहारों का देश हमारा,
हमको इससे प्यार