मन के हारे हार मन के जीते जीत Paragraph
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अनुच्छेद Roge No. [300 212]
मन के हारे हार है, मन के जीते जगजीत
मन बहुत बलवान है। शरीर की सब क्रियाएं मन पर निर्भर करती हैं। यदि मन में शक्ति, उत्साह और उमंग है तो शरीर भी तेजी से कार्य करता है। अतः व्यक्ति की हार जीत उसके मन की दर्बलता-सबलता पर निर्भर करता है। मानव
शरीर यदि रघ के समान है तो यह मन उसका चालक है। मनुष्य के शरीर की असली शक्ति उसका मन है । मन के अभाव में शरीर का कोई मूल्य नहीं है। मनही वह प्रेरक शक्ति है जो मनुष्य से बड़े- बड़े कार्य करवा लेती है। यदि मन में दुर्बलता का भाव आ जाए तो शक्तिशली शरीर और विभिन्न का के साधन भी व्यर्थ हो जाते हैं।
के लिए एक सैनिक को लिया जाता यदि उदाहरण उसने अपने मन को जीत लिया है तो वह अपनी शारीरिक शक्ति एवं अनुमान से कहीं अधिक सफलता पा सकता है। यदि उसका मनहार गया तो बड़े- बड़े शास्त्र भी उसके | दवारा अपना प्रभाव नहीं दिखा सकते । मन की शक्ति के बल पर ही मनुष्य ने अनक
Answer:
Both are made up of elements like "carbon, hydrogen, nitrogen, and oxygen." 3. Both are responsible for colour, as chlorophyll gives plants green and haemoglobin gives blood red.
Explanation:
why r u mood off
and
please say me ur real name