मन रे तन कागद का पुतला । लागै बूँद बिनसि जाय छिन में, गरब करे क्या इतना ।। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है ?
Answers
Answered by
12
मन रे तन कागद का पुतला। लागै बूँद बिनसि जायस छिन में गरब करै क्यों इतना। उपर्युक्त पंक्तियों में शांत रस है।
शांत रस : जब मनुष्य के मन में आनंद का अभाव हो उसे रस कहते हैं और जब मनुष्य का पूरा ध्यान अध्यात्मिक की और लग जाता है और दुनिया से मोह खत्म होने का भाव उत्पन्न हो जाता है उसके मन को शान्ति प्राप्त होती है उसे शांत रस कहते है |
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
https://brainly.in/question/7815317
मेरे हृदय के हर्ष हा !अभिमन्यु अब तू है कहाँ में कौनसा रस है
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
https://brainly.in/question/15349167
मन रे तन कागद का पुतला।
लागै बूँद बिनसि जाइ छिन में, गरब कर क्या इतना। इसका अर्थ
Answered by
1
Answer:
शांत रस है।
Explanation:
give thanks please
Similar questions